राज्यपाल ने कारगिल युद्ध के नायकों की वीरता और बलिदानो को किया याद
इटानगर, 26 जुलाई (हि.स.)। अरूणाचल प्रदेश के राजभवन में कोरोना महामारी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 21वें कारगिल विजय दिवस मनाया गया। अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉ बीडी मिश्रा, राज्य की प्रथम महिला नीलम मिश्रा, उप मुख्यमंत्री चोना मीन, एपीपीएससी के सदस्य मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) जीएस बिष्ट, आयुक्त से लेकर एचजीएस धालीवाल, आईजी, अधिकारी और राजभवन और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मचारियों ने अमर जवान सेनोटाफ पर कारगिल युद्ध के नायकों को पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राज्यपाल ने कारगिल युद्ध के नायकों की वीरता और बलिदान और देश की संप्रभुता और अखंडता के प्रति कर्तव्य की भावना को याद किया। विशेष रूप से दूसरी राजपुताना राइफल्स के एमवीसी नाइक दिगेंद्र कुमार का उल्लेख किया। जिन्होंने कारगिल युद्ध में महत्वपूर्ण टोलोलिंग टॉप को वापस लेने के लिए हमले का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि कारगिल की जीत का श्रेय हर उस सैनिक को जाता है, जिसने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने के लिए पूरी तैयारी के साथ युद्ध लड़ा था। राज्यपाल ने लोगों से वीर सैनिकों के बलिदान को न भूलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सीमाओं की रक्षा करने वाले सैनिकों के साथ खड़ा होना हर नागरिक का कर्तव्य है। राज्यपाल ने कहा कि इन देश वासियों की सुरक्षा के लिए सैनिक अपनों दूर रहकर हमेशा मुश्तैद रहते हैं। उपमुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अरुणाचल प्रदेश के लोगों के विचार, प्रार्थना और शुभकामनाएं हमेशा कारगिल युद्ध के नायकों के 527 परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने हमारे देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अपने जीवन को बलिदान कर दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र उनके बलिदानों से प्रेरणा लेता रहेगा और कारगिल विजय दिवस हमेशा हमारे देश के लोगों के बीच राष्ट्रभक्ति, राष्ट्रवाद और राष्ट्र की रक्षा के लिए बलिदान की भावना को प्रेरित करता रहेगा। आईटीबीपी के कर्मियों ने शस्त्र सलामी दी। देशभक्ति और राष्ट्रवाद से ओतप्रोत कार्यक्रम के दौरान कारगिल युद्ध पर एक लघु फिल्म दिखाई गई। हिन्दुस्थान समाचार /तागू/ अरविंद-hindusthansamachar.in