गलत फैसलों की वजह से करोड़ों मजदूरों के सामने रोजगार का संकट,नैतिक जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की : बस्तर सांसद
जगदलपुर, 12 जून (हि.स.)। देश में कोरोना संक्रमण की लगातार बढ़ती संख्या पर बस्तर लोकसभा के सांसद दीपक बैज ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्णयों ने साबित कर दिया है कि वह कोरोना आपदा से लड़ने में सक्षम नहीं है। केंद्र के गलत फैसलों की वजह से करोड़ों मजदूरों के सामने रोजगार का संकट पैदा हो गया। छत्तीसगढ़ वापस लौटे लाखों मजदूरों में सैकड़ों मजदूर कोरोना संक्रमण का शिकार हुए। इसकी नैतिक जिम्मेदारी भाजपा की केन्द्र सरकार की है। बस्तर सांसद बैज ने कहा कि केंद्र की विफलता को छिपाने के लिए केंद्र के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता षडयंत्र पूर्वक राज्यों का दोष निकालने में लगे हुए हैं। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थाली, ताली, घंटा बजवाने, अंधेरा करवा के मोमबत्ती टॉर्च जलवाने और फूल बरसाने केअलावा कोरोना से लड़ने के लिये कोई ठोस और सुसंगत कदम नहीं उठाए। कोरोना से निपटने के लिए मोदी ने पीएम-केयर्स नाम का नया कोष बनाया और देश के सभी बड़े उद्योगों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को भारी भरकम दान देने केलिए बाध्य किया। अब मोदी देशवासियों को बता भी नहीं रहे हैं कि इस कोष में कितना पैसा आया, कितना खर्च हो रहा है और कहां खर्च हो रहा है। सांसद बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के द्वारा शुरू से बरते गए एहतियात और छत्तीसगढ़ के लोगों की जागरुकता के परिणाम स्वरूप प्रदेश में कोरोना के मामले शुरू से बेहद कम रहें। छत्तीसगढ़ के जो मजदूर कमाने-खाने के लिए बाहर गए थे वे लॉकडाउन में 60 दिन तक फंसे रहे और वापस लौट रहे हैं। लॉकडाउन में छत्तीसगढ़ के मजदूरों को गुजरात, मुंबई सहित अनेक कोरोना संक्रमण के हाॅटस्पाट में फंसे रहना पड़ा। जिसके कारण छत्तीसगढ़ में कोरोना के प्रकरणों में वृद्धि हुई है। हालांकि छत्तीसगढ़ में वृद्धि देश के अन्य प्रदेशों की तरह नहीं है लेकिन केस बढ़ रहे हैं। सांसद दीपक बैज ने कहा कि कोरोना के लिये प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन के 20 लाख करोड़ के पैकेज में छत्तीसगढ़ को कुछ भी नहीं मिला। छत्तीसगढ़ के मजदूरों को अपने ही प्रदेश लौटने के लिए छत्तीसगढ़ के बॉर्डर तक छोड़ने के लिए बस वालों ने 05 हजार से 10 हजार रुपये प्रति व्यक्ति किराया लिया गया जो अमानवीय है। हिन्दुस्थान समाचार/राकेशपांडे-hindusthansamachar.in