नई दिल्ली, रफ्तार। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कई स्विंग सीटें हैं। ये सीटें राजनीतिक दलों की संभावनाएं बनाएंगी या बिगाड़ देंगी। इन सीटों पर आज वोटिंग जारी है। बता दें एनडीए तीसरी टर्म की तलाश और इंडिया गठबंधन जीत की उम्मीद लगाए है। हम आपको उन सीटों के बारे में बता रहे हैं, जो इन दोनों गठबंधनों का खेल बना या बिगाड़ने की ताकत रखती हैं।
1. कोयंबटूर लोकसभा सीट
इस सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इसमें तमिलनाडु के बीजेपी प्रमुख के अन्नामलाई का मुकाबला DMK नेता गणपति पी राजकुमार और AIADMK के सिंगाई रामचंद्रन से है। तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष की उम्मीदवारी से मालूम पड़ता है कि बीजेपी दक्षिण भारत में मौजूदगी बढ़ाने को कड़ी मेहनत कर रही है।
2. नागपुर सीट
केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी नेता नितिन गडकरी महाराष्ट्र की नागपुर सीट से मैदान में हैं। गडकरी लगातार तीसरी बार जीत की उम्मीद लगाए हैं। इस सीट पर गडकरी और कांग्रेस प्रत्याशी विकास ठाकरे के बीच सीधा मुकाबला है, जो अभी नागपुर पश्चिम से विधायक हैं।
3. पीलीभीत सीट
साल 2021 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले जितिन प्रसाद पहले चरण में भाजपा के प्रमुख उम्मीदवारों में से हैं। इन्हें यूपी के पीलीभीत से दो बार के सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर इस सीट से उम्मीदवार बनाए गए हैं। पिछले दो लोकसभा चुनावों में भाजपा को यूपी में प्रचंड बहुमत मिली थी। पीलीभीत सीट पर सपा ने भगवंत सरन गंगवार को टिकट दिया है। बसपा ने जितिन प्रसाद के खिलाफ अनीस अहम्स खान को प्रत्याशी बनाया है।
4. बिहार की गया सीट
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गया से मैदान में हैं। 79 वर्षीय के मांझी के लिए यह चुनाव काफी अहम है। गया में सबसे ज्यादा यानी कि 14 उम्मीदवार हैं। बीजेपी ने गया (सुरक्षित) सीट अपने सहयोगी दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा-सेक्युलर (HAM-S) के लिए दी है।
5. छिंदवाड़ा सीट
मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने जीती थी। अब बीजेपी कांग्रेस की इस एकमात्र सीट को छीनने के लिए कसर नहीं छोड़ रही है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा से बीजेपी उम्मीदवार विवेक बंटी साहू के खिलाफ मैदान में हैं। बंटी साहू दो विधानसभा चुनावों में कमल नाथ से हारे थे।
6. असम की जोरहाट सीट
असम की जोरहाट सीट तय करेगी लोकसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर गौरव गोगोई निर्वाचित होकर संसद पहुंचेंगे या नहीं। सीट को बीजेपी के गढ़ के रूप में देखा जाता है। गौरव गोगोई के अपने परिवार के गढ़ काजीरंगा (तत्कालीन कालियाबोर)- जहां से वह सांसद हैं, की जगह जोरहाट से चुनाव लड़ने के फैसले ने मुकाबले को दिलचस्प बनाया है।
यूपीएस ने पिछले चुनाव में इन 102 सीटों में से 45 पर दर्ज की थी जीत
यूपीए ने 2019 के चुनाव में 102 सीटों में से 45 और NDA ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इनमें से 06 सीटों को परिसीमन अभ्यास के हिस्से के रूप में दोबारा तैयार किया गया है।
अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in