BSP छोड़ RLD में शामिल हुए मलूक नागर, उत्तर प्रदेश के बड़े कारोबारियों में शामिल; करना पड़ा IT RAID का सामना

Loksabha Election: मलूक नागर ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बहुजन समाज पार्टी को छोड़ने का फैसला लिया है।
Malook Nagar
Malook Nagarraftaar.in

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। बहुजन समाज पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। BSP सांसद मलूक नागर ने पार्टी को छोड़ दिया है। उन्होंने जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल(RLD) को ज्वाइन कर लिया है। मलूक नागर ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बहुजन समाज पार्टी को छोड़ने का फैसला लिया है।

बहुजन समाज पार्टी को मजबूरी में छोड़ रहे हैं

मलूक नागर ने अपनी दो पन्ने की चिट्ठी में बताया कि वह बहुजन समाज पार्टी को मजबूरी में छोड़ रहे हैं। उन्होंने इस चिठ्ठी में लिखा कि उनका परिवार पिछले 39 साल से बहुजन समाज पार्टी का हिस्सा रहा है। बहुजन समाज पार्टी ने इतने लंबे समय में उन्हें ब्लॉक प्रमुख, चेयरमैन, विधायक, मंत्री, सांसद और कई अन्य अहम पदों का कार्यभार सौंपा। मलूक नागर ने आगे लिखा कि बहुजन समाज पार्टी में पहली बार कोई चुनाव नहीं लड़ पाए। मलूक नागर ने बहुजन समाज पार्टी को 18 साल तक उनपर भरोसा करने के लिए अपना आभार प्रकट किया है।

मलूक नागर ने 17वीं संसद में 854 मुद्दों उठाये थे

मलूक नागर 17वीं संसद में सबसे ज्यादा मुद्दे उठाने वाले सांसद रहे हैं। उन्होंने 17वीं संसद में 854 मुद्दों उठाये थे। मलूक नागर का जन्म हापुड़ के शकरपुर में हुआ था। उन्होंने अपनी हाईस्कूल की शिक्षा 1980 में पूरी की और 1985 में बीएससी की शिक्षा पूरी करके ग्रेजुएट हुए। इसके बाद उन्होंने बिजनेस करने फैसला लिया। जो कि उनके लिए काफी सही निर्णय रहा। जिसके कारण वह उत्तर प्रदेश के बड़े कारोबारी भी बन सके।

आयकर विभाग ने उनके कुछ ठिकानों पर छापेमारी की थी

मलूक नागर एक अच्छे राजनेता होने के साथ साथ एक अच्छे बिजनेसमैन भी है। उनका नाम उत्तर प्रदेश के बड़े कारोबारियों में शामिल हैं। वर्ष 2019 में उन्होंने जो जानकारी दी थी, उसके अनुसार उस समय उनके पास 250 करोड़ की कुल संपत्ति थी। उनकी इस संपत्ति में 115 करोड़ की अचल संपत्ति शामिल है। मलूक नागर पर 101 करोड़ रुपए का बैंक कर्ज भी है। मलूक नागर और उनके भाई को एसबीआई ने 54 करोड़ रुपए का वसूली नोटिस भी भेजा था। एसबीआई के नोटिस के तुरंत बाद आयकर विभाग ने उनके कुछ ठिकानों पर छापेमारी की थी।

खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in