नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। बिहार की मधेपुरा लोकसभा सीट शुरू से काफी चर्चा का विषय रही है। इसको लेकर एक कहावत भी काफी मशहूर है। यह कहावत है रोम पोप का तो मधेपुरा गोप का। दरअसल यह यादव की सबसे ज्यादा आबादी वाला संसदीय क्षेत्र है। जिन्हे गोप भी कहा जाता है। यहां से बड़े से बड़े नेता ने जीत दर्ज की है तो वहीं दूसरी तरफ उनको बुरी तरह हार का सामना भी करना पड़ा है। उन्हें यहां से हार का सामना कोई एक बार नहीं बल्कि चार चार बार करना पड़ा है।
इन नेताओं ने मधेपुरा लोकसभा सीट का नाम राष्ट्रीय राजनीति में भी रोशन किया
इसमें लालू यादव, समाजवादी राजनीति के पुरोधा बीपी मंडल और शरद यादव का भी नाम शामिल है। मधेपुरा लोकसभा सीट की जनता ने इन्हे जितनी बड़ी जीत दिलाकर संसद में भेजा, उतनी ही बुरी तरह यहां की जनता ने इन्हे हार का स्वाद भी चखाया। इन नेताओं ने मधेपुरा लोकसभा सीट का नाम राष्ट्रीय राजनीति में भी रोशन किया है। देश में चुनाव का माहौल है, ऐसे में लोग मधेपुरा लोकसभा सीट के 2024 के चुनावी समीकरण को भी जानना चाहते हैं।
पप्पू यादव का भी मधेपुरा लोकसभा सीट से पुराना नाता रहा है
बिहार की राजनीति में पप्पू यादव का नाम भी हाल में काफी चर्चा में रहा। वह पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका भी मधेपुरा लोकसभा सीट से पुराना नाता रहा है। वह मधेपुरा लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। लेकिन वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव और वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में पप्पू यादव ने अपने दम पर मधेपुरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। लेकिन यहां की जनता ने उन्हें इतनी बुरी तरह से हार का स्वाद चखाया कि उन्होंने अपनी सीट ही बदल डाली। यहां तक कि RJD प्रमुख लालू यादव और उनके पुत्र तेजस्वी यादव ने उन्हें मधेपुरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका दिया। लेकिन पप्पू यादव ने मना कर दिया।
मधेपुरा लोकसभा सीट में इस बार फिर से गोप के बीच मुकाबला होना है
मधेपुरा लोकसभा सीट में इस बार फिर से गोप के बीच मुकाबला होना है। यहां लोकसभा चुनाव 2024 में दो यादवों के बीच कड़ी टक्कर है। राजद ने डॉ कुमार चंद्रदीप को मधेपुरा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। तो वहीं JDU ने निवर्तमान सांसद दिनेश चन्द्र यादव को यहां से अपना प्रत्याशी बनाया है। अब बात करते हैं मधेपुरा लोकसभा सीट के जातीय समीकरण की। जैसा की बिहार की पुरानी कहावत है रोम पोप का तो मधेपुरा गोप का। उसी तरह यहां यादव आबादी सबसे अधिक है। जिन्हे गोप भी कहा जाता है। इनके बाद मुस्लिम, ब्राह्मण और राजपूत वोटर हैं।
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