नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। लोकसभा चुनाव करीब आ रहे हैं। महाराष्ट्र के नागपुर शहर में BJP ने हाईवे मैन ऑफ इंडिया नितिन गडकरी को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने नागपुर पश्चिम सीट से विधायक विकास ठाकरे को टिकट दिया है। अब देखना ये है कि कांग्रेस BJP को हराने में सक्षम होती है या BJP तीसरी बार कमल खिलाएगी।
नागपुर में नितिन गडकरी बनाम विकास ठाकरे
BJP ने नागपुर से तीसरी बार नितिन गडकरी को टिकट दिया है। उनकी छवि साफ-सुथरी है और उन्होंने राजनीतिक आलोचना न कभी किसी पर की और न हीं कभी विपक्ष ने उनकी कभी आलोचना की। देखा जाए तो BJP के खाते में एक ऐसा नेता है जिनका सभी सम्मान करते हैं। लेकिन फिर भी राजनीति में कहीं न कहीं से तो आलोचनाएं उछल ही जाती है। नागपुर से कांग्रेस उम्मीदवार विकास ठाकरे ने नितिन गडकरी पर तंज कसा और कहा- "देश में सीमेंट की सड़के कब तक चलेगी? कांग्रेस नेता ने गडकरी के कामों की आलोचना की।" नागपुर में पहले चरण में 19 अप्रैल को चुनाव होंगे।
क्या है नागपुर का राजनीतिक इतिहास?
देश में 1951 में जब पहली बार लोकसभा चुनाव हुए तब कांग्रेस ने इस सीट पर जीत का परचम लहराया। कांग्रेस ने नागपुर लोकसभा सीट पर 1996 तक राज किया। सिर्फ एक बार निर्दलीय माधव श्रीहरि अणे एवं एक बार आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक का यहां खाता खुला। 1996 में कांग्रेस सांसद बनवारीलाल पुरोहित ने श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के प्रभाव में जब BJP का दामन थामा तब पहली बार यह सीट BJP के खाते में गई। लेकिन इसके बाद BJP लगातार चार बार इस सीट से बुरी तरह हारी। दोबोरा BJP ने नरेन्द्र मोदी की लहर में 2014 में जीत का परचम लहराया। BJP ने नितिन गडकरी को नागपुर से मैदान में उतारा। 2019 के लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी ने फिर से जीत दर्ज की। इस बार भी BJP नितिन गडकरी के साथ मिलकर हैट्रिक लगाने की सेंध में है।
नागपुर का RSS से क्या है नाता?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का मुख्यालय भी नागपुर में स्थित है। नागपुर की 6 विधानसभा सीटों में से 4 सीटें BJP के खाते में हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की यह गृहभूमि है। नागपुर विधानसभा सीट से देवेंद्र फडणवीस विधायक हैं। नागपुर BJP का गढ़ बन गई है। इस बार भी नितिन गडकरी की वापसी की पूरी उम्मीद लगाई जा रही है।
कांग्रेस कैसे नागपुर में लगाएगी सेंध?
इस बार लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में कांग्रेस महाविकास अघाड़ी गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। नागपुर लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में गई है। BJP के दिग्गज नेता नितिन गडकरी के सामने कांग्रेस पार्टी जीत का परचम लहरा पाएगी या नहीं इस बात का फैसला 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पता चलेगा।
अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in