नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सबसे पुरानी पार्टी के घोषणापत्र के बारे में उन्हें समझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है। राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री के बयान पर कांग्रेस ने हेट स्पीच का आरोप लगाया है।
केसी वेणुगोपाल ने पीएम मोदी पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पैदा करने का आरोप लगाया
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आज कहा कि " मल्लिकार्जुन खड़गे पीएम मोदी को कांग्रेस के घोषणापत्र की एक प्रति देना चाहते हैं और उनसे अनुरोध करना चाहते हैं कि वे इसके बारे में मतदाताओं को गुमराह न करें।" वेणुगोपाल ने पीएम मोदी पर "चुनावी लाभ के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पैदा करने का प्रयास" करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए भाषण को तोड़-मरोड़कर पेश किया और ऐसे बयान दिए जो प्रधानमंत्री पद के लिए उपयुक्त नहीं थे।
पीएम मोदी के बयान से कांग्रेस बौखलाई
वेणुगोपाल की यह टिप्पणी पीएम मोदी के उस बयान के एक दिन बाद आई है। जिसमें उन्होंने 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली में कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो देश की संपत्ति घुसपैठियों और जिनके अधिक बच्चे हैं के बीच वितरित की जाएगी। “इससे पहले जब कांग्रेस सत्ता में थी, उन्होंने कहा था कि मुसलमानों का देश की संपत्ति पर पहला अधिकार है। इसका मतलब है कि वे इस संपत्ति को घुसपैठियों में बांट देंगे जिनके ज्यादा बच्चे होंगे। क्या आपकी मेहनत की कमाई घुसपैठियों को दे दी जानी चाहिए? क्या आप इससे सहमत हैं?” पीएम मोदी ने रैली में जुटे लोगों से सवाल पूछा।
मनमोहन सिंह पर पीएम मोदी का हमला
प्रधानमंत्री ने रैली में आगे कहा "कांग्रेस का घोषणापत्र कहता है कि वे माताओं और बेटियों के पास मौजूद सोने का जायजा लेंगे, और उस संपत्ति को वितरित करेंगे। मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि धन पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। भाइयो-बहनो, ये अर्बन नक्सल सोच मेरी माताओं-बहनों के मंगलसूत्र तक को नहीं छोड़ेगी।'' पीएम मोदी ने 2006 के एक भाषण का जिक्र किया जिसमें मनमोहन सिंह ने कहा था कि भारत के विशाल संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों को दिया जाएगा।
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