नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को सफलतापूर्वक खत्म हुआ। उत्तर प्रदेश में अभी भी BJP, BSP, SP और कांग्रेस ने हाई-प्रोफाइल सीटों से उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। इस बीच कैसरगंज, अमेठी और रायबरेली की सीट पर सबसे ज़्यादा सस्पेंस बना हुआ है।
कैसरगंज सीट पर BJP ने बढ़ाया सस्पेंस
कैसरगंज सीट से उम्मीदवार पर BJP ने अबतक मुहर नहीं लगाई है। ऐसे में सस्पेंस बना हुआ है कि क्या इस बार भी पार्टी बृजभूषण शरण सिंह को लोकसभा भेजेगी या नहीं। महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण मामले में आरोपित बृजभूषण शरण सिंह से यूं तो पार्टी किनारा करते हुए नजर आ रही है ऐसे से इस बात पर सस्पेंस बना हुआ है कि BJP फिर से बृजभूषण को मैदान में उतारेगी या नहीं?
समाजवादी पार्टी चल रही फूंक-फूंक कर कदम
विपक्षी आइएनडीआइए गठबंधन की प्रमुख सहयोगी समाजवादी पार्टी 80 में से 62 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 17 सीटों पर कांग्रेस व एक सीट पर तृणमूल कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। इनमें से 57 सीटों पर SP अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। उसे कन्नौज, फतेहपुर, कैसरगंज, बलिया व राबर्ट्सगंज में प्रत्याशी घोषित करने हैं। कन्नौज में अखिलेश यादव या फिर तेज प्रताप यादव में से कोई एक प्रत्याशी हो सकते हैं।
रायबरेली में प्रियंका गांधी के नाम पर मंथन
दरअसल कांग्रेस दूसरे दलों के उम्मीदवारों का इंतजार कर रही है। सूत्रों से यह भी पता चल रहा है कि रायबरेली में आने से कहीं प्रियंका गांधी का कद राहुल गांधी से ऊपर न हो जाय, इस कारण कसम-कस चल रहा है। इस कारण परिवारिक सदस्य ही प्रियंका गांधी को रायबरेली से चुनाव मैदान में उतारना नहीं चाहते। इसको लेकर काफी मंथन का दौर चल रहा है। अब नामांकन की तिथि भी नजदीक आ रही हैं। इसके बावजूद अभी तक बात नहीं बनी है। राहुल गांधी ने केरल के वायवाड से नामांकन भरा है। 26 अप्रैल को इस सीट पर मतदान होंगे।
रॉबर्ट बाड्रा अमेठी से चुनाव लड़ने की जता चुके इच्छा
वहीं कांग्रेस तो अमेठी में भी उलझी हुई है। इस बीच रॉबर्ट वाड्रा ने अमेठी से चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा भी जता चुके हैं। इसके बाद भी कांग्रेस वहां से किसी प्रत्याशी को नहीं दे रही है। अब दोनों अगल-बगल की सीटों पर कांग्रेस उलझी हुई है। इससे धीरे-धीरे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा बढ़ती जा रही है। उधर अमेठी में भाजपा उम्मीदवार स्मृति इरानी रोज सभाएं कर राहुल गांधी को ललकार रही हैं।
रायबरेली में अबतक किसी उम्मीदवार के नाम की नहीं हुई घोषणा
दूसरी तरफ, रायबरेली में हर दल की चुप्पी कार्यकर्ताओं को सोचने को मजबूर कर रही है। भाजपा इस फिराक में बैठी है कि यदि सोनिया परिवार का कोई सदस्य वहां से आता है या नहीं, उस हिसाब से भाजपा अपना उम्मीदवार उतारेगी। उसी के गुणा गणित में बसपा ने भी अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है।
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