नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। देश में लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। इस बार के चुनाव में उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट चर्चा का विषय बनी हुई है। इसकी वजह है चार साल पहले बनी आजाद समाज पार्टी, जिसके अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद इस सीट से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन सपा और बसपा के प्रत्याशी यहां आने से अब नगीना सीट पर लड़ाई दिलचस्प हो गई है। लोकिन इस सीट पर चंद्रशेखर आजाद ने अपना पूरा दम लगाया हुआ है। अब एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट ने इस सीट को फिर चर्चा में ला दिया है।
लाखों में है 36 वर्षीय चंद्रशेखर की संपत्ति
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नगीना लोकसभा सीट से प्रत्याशी चंद्रशेखर के खिलाफ देश भर में सबसे ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इसके साथ आजाद समाज पार्टी के मुखिया 36 वर्षीय चंद्रशेखर की संपत्ति भी लाखों में है। चंद्रशेखर आजाद के पास 39 लाख 71 हजार 581 रुपये की संपत्ति है। इसमें से 6 लाख की चल संपत्ति और 33 लाख रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।
नगीना लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को होना है मतदान
गौरतलब है कि नगीना लोकसभा सीट पर पहले चरण में यानी 19 अप्रैल को मतदान होना है। जिसके लिए जाद समाज पार्टी के प्रत्याशी चंद्रशेखर आजाद ने निर्वाचन आयोग के पास अपना हलफनामा जमा कराया है। चंद्रशेखर आजाद द्वारा दायर हलफनामे के अनुसार इन पर कुल 36 मामले दर्ज हैं। इसमें चंद्रशेखर पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की अलग-अलग 167 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें से 78 धाराएं गंभीर मामलों में दर्ज की गईं हैं। चंद्रशेखर पर सरकारी अधिकारी को उसका काम करने से रोकने के मकसद से चोट पहुंचाने के, हत्या के प्रयास से संबंधित, डकैती की सजा से संबंधित समेत कई अन्य मामले दर्ज हैं।
किन जगहों पर दर्ज हैं मामले
आपको बता दें कि चंद्रशेखर आजाद पर 36 मामलों में से 26 केस सहारनपुर की अलग-अलग अदालतों में चल रहे हैं। यह सभी केस जिले के अलग-अलग थानों में र्ज किए गए है। इसके साथ इन पर गाजियाबाद में 1, दिल्ली में 2, मुजफ्फरनगर में 2, लखनऊ में 1, हाथरस में 1, अलीगढ़ में 2 और नगीना में 1 मामला दर्ज है।
सीट का समीकरण
इस सीट पर 16 लाख मतदाता है। जिसमें मुस्लिम मतदाता 6 लाख और अनुसूचित जनजाति के मतदाता तीन लाख से अधिक हैं। मायावती 1989 में इसी सीट से चुनाव लड़कर संसद पहुंची थीं। और 2019 के चुनाव में बसपा के गिरीश चंद ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। इस बार यह सीट इस वजह से चर्चा में है, क्योंकि यहां से आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी चंद्रशेखर आजाद चुनावी मैदान में है। इसके साथ सपा और बसपा ने यहां से प्रत्याशी उतार कर नगीना सीट पर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। नगीना लोकसभा सीट पर दलित और मुस्लिम वोटर्स निर्णायक भूमिका में है। ऐसे में सपा-बसपा के प्रत्याशी आने से यहां दलित मुस्लिम वोट का बंटवारा हो सकता है, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलने की उम्मीद है।
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