
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते उम्र में ही लोगों को कई तरह की बीमारियां जकड़ लेती हैं। इसमें हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं। साथ ही शुगर भी इससे अछूता नहीं है। वहीं दिल की सेहत के लिए भी कोलेस्ट्रॉल बेहद नुकसानदायक होता है। कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए सिर्फ एक ही उपाय सूझता है और वो है तुलसी के पत्ते , कोलेस्ट्रॉल में तुलसी के पत्ते का सेवन काफी कारगर साबित होता है। वैसे तो तुलसी का पौधा धार्मिक रूप से काफी महत्वपूर्ण होने के साथ ही सेहत के लिए से बहुत ही उपयोगी होता है। तुलसी के पौधे में मौजूद तत्व कई बड़ी बीमारियों के असरदार होते हैं। दिल संबंधी बीमारियों में तुलसी के पत्ते का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है।
किसी के पत्तों का उपयोग स्ट्रेस और एंजायटी को घटाने में तो मदद करता है साथ ही तुलसी किसी प्रकार के इंफेक्शन को और घाव को भी ठीक करने भी मदद करती है । अगर किसी व्यक्ति को कैंसर संबंधी बीमारी है। तो वह तुलसी के पत्ते के सेवन से उसे कम किया जा सकता है।
ब्लड शुगर
बदली लाइफस्टाइल के चलते आजकल डायबिटीज की बीमारी बेहद आम हो चुकी है। ब्लड शुगर का बढ़ना या घटना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि ब्लड शुगर हमेशा कंट्रोल में रहे इसके लिए तुलसी के पौधे का असरदार होता है। फ्री डायबिटीज या टाइप टू डायबिटीज की स्थिति में तुलसी के सेवन से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है।
ज्वाइंट पेन
उम्र के साथ जोड़ों में दर्द होना आम समस्या है। हड्डियों से जुड़ी गंभीर बीमारी अर्थराइटिस भी काफी खतरनाक और दर्दनाक होती है। ऐसे में जोड़ों के दर्द को घटाने और सूजन में आराम के लिए तुलसी के सेवन लाभकारी माना जाता है। तुलसी के पत्तों में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुड पाए जाते हैं। जिसके चलते जोड़ों से जुड़ी समस्या होने पर तुलसी काफी मददगार होती है।
कोलेस्ट्रॉल
दिल की नसों में जमा कोलेस्ट्रॉल हार्ट के लिए बहुत नुकसान दे होता है। ऐसे में जरूरी है कि खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम किया जाए । इसके लिए तुलसी का सेवन काफी असरदार होता है। एक रिसर्च के अनुसार तुलसी के सेवन से बढ़े कोलेस्ट्रॉल को घटाने मदद मिलती है। इसके साथ ही तुलसी का तेल भी लाभदायक होता है।
पेट
जंक फूड और गलत खानपान से पेट में समस्या होना आम बात है। और वहीं लंबे वक्त तक पेट से जुड़ी समस्याएं रहने पर कई गंभीर बीमारियां पैदा हो सकती हैं। तुलसी पेट के अल्सर से होने वाले स्ट्रेस को आराम देती है। इसके साथ ही इसका नियमित सेवन पेट में एसिड को काम करता है। और म्यूकस सेक्रेशन को बढ़ाता है। इससे म्यूकस सेल में भी इजाफा होता है।
संक्रमण
तुलसी के पत्तों का उपयोग चोट लगने पर घाव में तेजी से भरने पर भी होता है। इसके साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा करता है। तुलसी में एंटीबैक्टीरियल एंटीवायरस एंटीफंगल एंटी इन्फ्लेमेटरी जैसे गुण पाए जाते हैं। ऐसे में इसका नियमित इस्तेमाल लाभकारी होता है। शरीर में किसी भी प्रकार के संक्रमण को होने से रोकता है।