
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: दिमाग हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा होता है। जिसे हम कंप्यूटर की भाषा में सीपीयू कहते हैं। जैसे बिना सीपीयू के कंप्यूटर बेकार है उसी तरह मस्तिष्क के बिना इंसानी शरीर बेकार है। हमारा दिमाग पूरे शरीर को कंट्रोल करता है। सुबह उठने से लेकर शाम को सोने तक हम दिमाग के कमांड के हिसाब से ही काम करते हैं। ऐसे में दिमाग को चुस्त दुरुस्त रखना बेहद जरूरी है हालांकि छोटी-छोटी चीजों आपके दिमाग को प्रभावित करती हैं। इसमें कोई पुराने सदमे से लेकर आपकी दिनचर्या खान-पान के अलावा रोजाना की अच्छी और खराब आदतें भी शामिल हैं। यह आपके दिमाग पर अच्छा और बुरा असर दोनों डालते हैं। और फिर इसका असर धीरे-धीरे पूरे बॉडी में भी होने लगता है। जैसा आप सोचते हैं आपका दिमाग वही प्रक्रिया करने लगता है। इतना ही नहीं हर दिन की आदतों से आपके शरीर के साथ दिमाग पर इतना बुरा असर पड़ता है कि वह आपके दिमाग में नेगेटिव थिंकिंग बहुत ज्यादा भर देता है। ऐसे में इससे बचने के लिए आपको अपनी इन पांच लाइफस्टाइल आदतों को बदलना चाहिए।
रोजाना व्यायाम ना करना
दिमाग को फिट रखने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी होता है। ऐसा करने से शरीर को मजबूती मिलती है। साथ ही दिमाग भी तंदुरुस्त रहता है। इसलिए व्यक्ति को रोजाना समय निकालकर कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। एक्सरसाइज में आप योगा को भी शामिल कर सकते हैं।
गैजेट्स पर अधिक समय बिताना
गैजेट्स यानी कि मोबाइल, फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर या टीवी पर ज्यादा वक्त बिताने से ये दिमाग को कमजोर करता है। उससे निकलने वाली ब्लू लाइट हमारी आंखों को डैमेज करती है। बल्कि सिर दर्द और अनिद्रा जैसी समस्या का कारण भी बनती है। कोशिश करें कि आप गैजेट का इस्तेमाल कम करें और इससे दूर रहें।
अनहेल्दी फूड्स
शरीर की फिटनेस के लिए पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का सेवन करना बहुत जरूरी होता है लेकिन आजकल काफी लोग जंक फूड और पैक्ड फूड का ज्यादा इस्तेमाल करने में लगे हैं यह फूड्स अनहेल्दी होते हैं और खाने के साथ हमारे पेट में तो समस्या पैदा करते हैं। साथ ही हमारे दिमाग को भी धीरे-धीरे खोखला कर देते हैं। जंक फूड खाने से हमारे मस्तिष्क की मांसपेशियां सिकुड़ने और कमजोर होने लगती है। जिससे सोचने और समझने की बौद्धिक क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में आप जंग फूड से दूरी बनाएं और फल सब्जी और साबुत अनाज खाना चाहिए।
भरपूर नींद ना लेना
दिमाग और शरीर की तंदुरुस्ती के लिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है। माना जाता है कि जो लोग इससे कम की नींद लेते हैं उनका मूड में बदलाव, याद रखने में कठिनाई जैसी समस्या झेलनी पड़ती है। लिहाजा धीरे-धीरे उनका मस्तिष्क के सिकुड़ने लगता है। और वह ट्यूमर ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारियां से जूझने लगते हैं।
कुछ नया ना सीखना
उम्र बढ़ाने के साथ हर इंसान को कुछ ना कुछ नया सीखना बहुत जरूरी होता है। यह मत सोचें की उम्र बढ़ गई है नया सीख कर क्या करेंगे। अपने दिमाग को तेज करने के लिए कुछ ना कुछ नया सीखते रहें। हमारा दिमाग शरीर की किसी अन्य मसल्स से की तरह होता है। इसलिए इसे जितना ज्यादा काम देंगे उतना ज्यादा बेहतर और मजबूत होगा । और तेज भी होगा। इसकी जितनी ज्यादा एक्सरसाइज करेंगे या उतना एक्टिव और हेल्दी रहेगा। इसलिए अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों में एक जैसा ना बनाएं। अपने दिमाग के एक्सरसाइज करने के लिए पजल खेलें और या फिर कुछ ना कुछ पढ़ते लिखते रहे हैं।