1. तले भुने व मिर्च- मसालेयुक्त आहार से बचें।
2. फल व कच्ची सब्जियों का अधिक प्रयोग करें, छिलके वाली दाल, अंकुरित चने व मूंग, उबली हुई सब्जियां, हरे पत्ते वाली सब्जियां, सलाद, पालक का कच्चा रस, पेठे का रस, बेल का शर्बत, नारंगी, मौसमी, नींबू, आम, अमरूद, पपीता, केला आदि लें।
3. भोजन में दलिया या मोटे पिसे हुए आटे की रोटियों का प्रयोग करें।
4. खूब पानी पीये, नियमित व्यायाम करें, कुछ दूर तक प्रतिदिन पैदल चलें।
5. बार- बार चाय पीने से बचें।
6. बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू या बीयर का सेवन न करें।
7. मानसिक तनाव से दूर रहें।
8. पेट साफ करने के लिए हरड़ का चूर्ण एक चम्मच गरम पानी से रात को सोते समय ले। यदि आप इसका लगातार प्रयोग करेंगे तो भी यह कोई नुकसान नहीं करेगी। जबकि कब्ज दूर करने वाले अन्य चूर्ण का यदि लगातार सेवन किया जाए तो उससे आंत कमजोर हो जाती है।
9. त्रिफला चूर्ण भी लगातार सोते समय एक से दो चम्मच गरम पानी के साथ ले सकते है।
10. चार से पांच मुनक्का का बीज निकालकर एक गिलास दूध में डालकर उबाल लें और रात को इसे पीये। ध्यान रहे मधुमेह के मरीज इसका प्रयोग न करे।
11. रात को सोते समय ईसबगोल की भूसी दो से चार चम्मच तक एक गिलास गरम दूध या पानी में घोलकर तुरंत पी लें। इससे कब्ज में आराम मिलता है।
12. कब्ज में पका हुआ पपीता खाना भी लाभदायक सिद्ध होता है।
13. सुबह नाश्ते में नारंगी या संतरे का जूस लगातार पीने से मल प्राकृतिक रूप से आने लगता है।