
सामा की खीर फाइबर से भरपूररफ़्तार, नई दिल्ली डेस्क : जब भी अनाज की बात की जाती है तो सबसे पहले हमारे जहन में गेहूं ,चावल और दाल का ख्याल आता है। वैसे तो गेहूं ,चावल और दाल का इस्तेमाल लगभग सभी घरों में होता है और इन्हें खाने की परंपरा हमारे देश में पिछले कई दशकों से चली आ रही है। हालांकि कई ऐसे अनाज भी हैं । जो कभी खूब चलन में थे लेकिन मौजूदा समय में नहीं है।।लेकिन यह अनाज पिछले कुछ महीनो से काफी तेजी से चलन में आए हैं। और मार्केट में इनकी मांग अधिक बढ़ गई है। यह खास मिलिटेटस है यानी अनाज मोटे अनाज , जिसमें ज्वार ,बाजरा ,रागी सामा, कंगनी , चीना, कोदो, कुदकी और कद्दू शामिल है। मोटे अनाज पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं जो हमें कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। अगर नाश्ते में इनका सही तरीके से उपयोग किया जाए तो शरीर स्वस्थ और हेल्दी रहता है। आज आपको इस आर्टिकल में पांच ऐसे मोटे अनाजों के बारे में बताएंगे जिसे नाश्ते पर लेने से हम अपने शरीर को तंदुरुस्त रख सकते हैं।
जौ एक मोटा अनाज है
जौ एक मोटा अनाज है। जो खाने में काफी फायदेमंद होता है। जौ की दलिया पेट के लिए बहुत अधिक फायदेमंद मानी जाती है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। और वजन कम करने में मददगार है। इसका हाई फाइबर कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी मददगार है। और ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित करता है। इसके अलावा जौ विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट एनर्जी को बूस्ट करता है और इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाता है। साथ ही जौ में कॉपर भी अच्छी मात्रा में होता है। जो गठिया जैसी बीमारी को खत्म करने मददगार होता है।
सामा की खीर फाइबर से भरपूर
सामा भी एक प्रकार का मोटा अनाज है। सामा की खीर फाइबर से भरपूर होती है। जो पेट के लिए फायदेमंद होती है। यह कब्ज की समस्या को दूर करती है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है। सामा की खीर आपको दिनभर एनर्जेटिक रखती है और यह आपकी बॉडी के बैलेंस को बनाए रखती है।
रागी में आयरन की मात्रा अधिक
रागी हलुवा सूजी के हलवे की तुलना में काफी फायदेमंद होता है। रागी में आयरन की मात्रा अधिक होती है। जो की एनीमिया की बीमारी से बचाता है। इसके अलावा यह शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल के बैलेंस को भी करने में मदद करता है। साथ ही इससे मिलने वाला अमीनो एसिड हार्मोनल हेल्थ का सही रखता है। और शरीर में क्रेविंग को रोकता है । अगर आप रागी के हलवे का सेवन करते है। तो आपके पेट में कभी गैस बनने की शिकायत नहीं होगी यह पेट को पूरी तरह स्वस्थ रखता है। इसके अलावा शरीर में कोलेस्ट्रॉल कम करता है। दिल को स्वस्थ रखता है।
बाजरे की खिचड़ी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार
बाजरे की खिचड़ी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार साबित होती है। साथ ही डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होती है और उनमें यह शुगर को बैलेंस से करता है। साथ ही बाजरे की खिचड़ी से फाइबर की मात्रा अधिक होती है। जो पेट की सभी समस्याओं को ठीक करती है। और पेट में कब्ज की समस्या को दूर करती है । इसमें कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।
ज्वार की रोटी में फाइबर की भरपूर मात्रा
ज्वार की रोटी खाने में भले ही टेस्टी ना हो पर यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। दरअसल ज्वार की रोटी में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। जो कि पेट को स्वस्थ रखता है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन और विटामिन बी भी होते हैं।।जो कि शरीर को एनर्जी देने के साथ कई बीमारियों से बचाता है। इसके अलावा इसमें पोटेशियम फॉस्फोरस और कैल्शियम अधिक मात्रा में होता है। जो हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ साथ , दिल को भी स्वस्थ रखता है। इसके अलावा जिन्हें ग्लूटन एनर्जी चाहिए तो वो ज्वार का सेवन कर सकते है। काफी फायदेमंद होता है।