Pregnancy Tips बिना प्रेगनेंसी के ही निकल रहा है ब्रेस्ट से दूध तो हो जाएं सावधान, बड़ी बीमारी दे रही दस्तक

निप्पल से जुड़ी सारी समस्याएं सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर से ही नहीं जुड़ी होती लेकिन यह किसी गंभीर स्थिति की ओर इशारा जरूर करती हैं। आपके ब्रेस्ट से दूध निकल रहा है तो यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत है।
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क: जब कोई महिला शिशु को जन्म देती है तो उसके स्तनों से दूध आना स्वाभाविक है। कभी-कभी महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान भी महिलाओं के ब्रेस्ट से लिक्विड पदार्थ निकल सकता है। जो सामान्य सी बात है लेकिन कई बार देखा गया है कि बिना प्रेगनेंसी के भी महिलाओं के ब्रेस्ट से दूध निकलता है। इसे मेडिकल की भाषा में गैलेक्टोरिया कहते हैं। स्तनपान कराने पर एक महिला जो दूध का उत्पादन करती है। गैलेक्टोरिया उसे एकदम अलग होता है। कुछ लोग इस कंडीशन को बेस्ट कैंसर से जोड़ देते हैं। उन्हें लगता है कि अचानक से स्तन से दूध निकालना ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। लेकिन ऐसा नहीं है । दोनों के बीच  संबंध दूर-दूर तक नहीं होता। अगर वाकई आप प्रेग्नेंट नहीं है और निप्पल से  डिस्चार्ज हो रहा है तो यह वाकई चिंता का विषय है। इसे मेडिकल भाषा में ब्रेस्ट लिकिंग भी कहते हैं।

क्या होती है ब्रेस्ट लिकिंग

अगर आप प्रेग्नेंट नहीं है। बेबी को फीड नहीं कर रही हैं। फिर भी आपके ब्रेस्ट से दूध , सफेद पानी या लिक्विड जैसा सफेद पदार्थ आ रहा है तो इस ब्रेस्ट लिंकिंग कहते हैं। कुछ महिलाओं में ब्रेस्ट को हल्का सा दबाने पर ऐसा होता है। वहीं कुछ को यह डिस्चार्ज अपने आप भी हो सकता है। कई महिलाओं को इस समस्या में ब्रेस्ट में दर्द और परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप इसे हल्के में ना लें। और तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।

कितने रंगों का होता है लिस्ट लिंकिंग

मिल्की व्हाइट

अगर आप बच्चे की मां है और बच्चे को दूध पिलाना बंद किया है। ऐसे डिस्चार्ज आ सकते हैं। कई महिलाओं में स्तनपान छुड़ाने के दो-तीन साल बाद भी ऐसे डिस्चार्ज देखे जा सकते हैं। मेनोपॉज के पहले भी यह दिक्कत महिलाओं में देखी जाती है। इसलिए ये चिंता का विषय है। 

ब्लड कलर

निप्पल से ब्लड जैसे रंग का डिस्चार्ज ब्रेस्ट टयूमर की वजह से हो सकता है। इसके अलावा कुछ मामलों में ऐसा डिस्चार्ज ब्रेस्ट कैंसर के संकेत भी दे सकता है। जो काफी गंभीर है। 

येलो डिस्चार्ज

पीले रंग के डिस्चार्ज अगर दोनों बेस्ट से हो तो चिंता की बात नहीं है। वहीं अगर इस रंग का लिक्विड डिसचार्ज सिर्फ एक ब्रेस्ट से हो रहा है। तो यह काफी गंभीर है।

ग्रीन कलर

ग्रीन रंग का डिस्चार्ज ब्रेस्ट में हुए सिस्ट हार्मोन से इंबैलेंस या एब्नार्मल ग्रंथि इस सेक्रेशन की वजह से भी होता है। 

ब्रेस्ट लिकिंग में यह टेस्ट जरूर करवाएं

-हार्मोनल टेस्ट 

-प्रेगनेंसी टेस्ट 

-ब्रेस्ट  टिशु की आज के लिए मेमोग्राम या सोनोग्राफी

-दिमाग की जांच के लिए M R I और सीटी स्कैन 

-ब्रेस्ट लिंकिंग के दौरान इन बातों का रखें ध्यान

-ब्रेस्ट लिंकिंग का कारण पता होने के बाद ही सही इलाज करवा सकते हैं। लेकिन उससे पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

टाइट कपड़े या टाइट ब्रा पहनने से बचना चाहिए।  जिसके कारण निप्पल की रगड़ लग सकती है

- ब्रेस्ट से छेड़छाड़ करने से बचें 

- तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें

-  अगर प्रॉब्लम हार्मोन गड़बड़ी है तो इसे दवाइयां से भी ठीक किया जा सकता है।

- ब्रेस्ट में किसी प्रकार की मालिश ना करें

- ब्रेस्ट को स्थाई रखने की कोशिश करें

ब्रेस्ट डिस्चार्ज के घरेलू नुस्खे

- पत्तागोभी के दो पत्तों को धोकर ठंडा कर लें, फिर इसे दोनो स्तनों में रखें , ऐसा हर दो घंटे में करें।

- तेजपत्ता की चाय सेस भी निप्पल डिसचार्ज की समस्या को दूर करती है।

- पुदीने के तेल की मालिश भी कर सकते है।

- आप विटामिन बी 1, बी 6 , बी 12 से जुड़ी चीजें खा सकते है।

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