
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: गिलोय एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करती है। गिलोय के जूस को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। गिलोय की पत्तियों में कैल्शियम ,प्रोटीन ,फास्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसके तनों में स्टार्च की भी मात्रा अच्छी खासी पाई जाती है। गिलोय का इस्तेमाल कई अन्य तरह की बीमारियों में किया जाता है। इसके जूस के सेवन से इम्यूनिटी पावर तो बढ़ता ही बढ़ता है साथ ही पाचन क्रिया ठीक होती है। डायबिटीज सही होती है और पुराने से पुराने बुखार भी खत्म हो जाता है। दरअसल मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम को बनाने के लिए गिलोय का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है। अगर आप गिलोय का जूस का सेवन नियमित तौर पर करते हैं तो आपको इन पांच बीमारियों से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी गिलोय काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आपको डायबिटीज की परेशानी है। तो रोजाना सुबह खाली पेट गिलोय का जूस पीना चाहिए। इससे शुगर लेवल कंट्रोल रहता है।
डेंगू से बचने के लिए घरेलू उपाय में से आप गिलोय का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि डेंगू मरीज को जब भी तेज बुखार होता है । तब गिलोय का ही उसे जूस दिया जाता है। गिलोय में मौजूद एंटीपायरेटिक गुण बुखार को जल्दी ठीक करता है। साथ ही यह इम्यूनिटी को मजबूत भी करता है।
पीलिया के मरीजों के लिए गिलोय के पत्ते को फायदेमंद माना गया है। कुछ लोग इसे चोट के रूप में लेते हैं। अगर आप पीलिया से परेशान है तो इसकी कुछ पत्तियों को पानी में उबाल कर पी लें। वहीं अगर आप चाहे तो गिलोय की पत्तियों को पीसकर शहद के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं।
हाथ पैरों में जलन है या फिर स्किन एलर्जी से परेशान है तो आप अपनी डाइट में गिलोय को शामिल कर सकते हैं। ऐसे लोगों के लिए गिलोय बहुत ही फायदेमंद होता है। आप गिलोय की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर आप खुजली की जगह पर या फिर एलर्जी की जगह पर लगा सकते हैं। आपको कुछ दिनों में राहत मिल जाएगी।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए आप गिलोय के रस का सेवन कर सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। अगर आप सफ्ताह में चार दिन गिलोय का सेवन करते है तो आपको फायदा मिलेगा।