गर्भनिरोधक गोलियां परिवार नियोजन और अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका मानी जाती हैं। यह छोटी गोलियां बड़े काम की होती हैं। हालांकि हर दवाई की तरह इसके भी कुछ साइड इफेक्ट भी होते हैं। साइड इफेक्ट्स के अलावा इन गोलियों को कुछ खास परिस्थितियों में ना खाने की भी सलाद दी जाती है। आइए जानें इन गोलियों के प्रभाव और दुष्प्रभाव के बारे में:
1. वज़न बढ़ना - Weight Increasing
शादी-शुदा महिलाओं में इन गोलियों से वजन बढ़ने के एक आम समस्या होती है। दरअसल गर्भनिरोधक गोलियों में मौजूद प्रोजेस्टेरॉन और एस्ट्रोजन हार्मोन के साइड इफेक्ट से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है और स्त्रियों का वजन बढ़ जाता है।
2. चक्कर आना एवं उलटी होना - Vomiting
गर्भनिरोधक गोलियों के प्रयोग से उलटी और चक्कर आना भी सामान्य माना जाता है। यह गोलियां हमारे हार्मोंस बैलेंस को प्रभावित करती हैं जिस कारण यह समस्या आती है।
3. सिरदर्द एवं नींद आना - Headache
गर्भनिरोधक गोलियों के लगातार सेवन से अकसर नींद आने, सिरदर्द होने आदि की समस्या देखने को मिलती है खासकर एस्ट्रोजन वाली गर्भनिरोधक गोलियां खाने के बाद।
4. स्तनों की समस्या होना - Issues in Breast
गर्भनिरोधक गोलियों में एस्ट्रोजन (Estrogen) हार्मोन की मात्रा अधिक होती है जो अगर शरीर में एक तय मात्रा से अधिक हो जाए तो महिलाओं में स्तन से जुड़ी समस्याएं पैदा करता है। इसके कारण स्तन कैंसर का भी खतरा रहता है।
इन गोलियों के अन्य दुष्प्रभाव:
आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों को बेहद संवेदनशील माना जाता है। इनके लगातार सेवन से हार्मोन पैटर्न बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं। आइए जानें इन छोटी गोलियों के बड़े नुकसान:
गर्भनिरोधक गोलियों का सबसे बड़ा फायदा तो यह होता है कि वह आपको अनचाहे गर्भ से मुक्ति दिलाते हैं। इसके अलावा गर्भ निरोधक गोलियों के सेवन से कई फायदे (Advantages of Contraceptive Pills) भी होते हैं जो निम्न हैं:
नोट : उपरोक्त फायदे केवल गर्भनिरोधक गोलियों के हैं, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों के नहीं। आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन केवल इमरजेंसी में किया जाना चाहिए, इसे लगातार इस्तेमाल करना हानिकारक हो सकता है।