Health Tips: यूरिन की महक को ना समझे मामूली बात, इसमें छिपी है घातक बीमारियां

पेशाब से दुर्गंध आने पर उसे मामूली बात न समझे , जब भी यूरिन से स्मेल आए तो इसमें कुछ ना कुछ घातक बीमारी छुपी होती हैं। हो सकता है ये किसी बड़ी बीमारी का संकेत दे रही हो।
Bladder Cancer का चित्र
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नई दिल्ली रफ्तार न्यूज डेस्क - मानव शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है। ऐसे में किसी भी एक तत्व की कमी बीमारी का संकेत देती है। वैसे हमारी आंखे ,  नाखून और पेशाब हमारे शरीर के अंदर की कई बीमारियों को संकेत देती है। इसलिए जब भी आप किसी परेशानी में हो तो  डॉक्टर के पास जरूर जाएं।  अगर आपके पेशाब का रंग में बदलाव हुआ है। या फिर उससे  गंध आ रही है। तो आप इसे साधारण बात ना समझिए। तुरंत  आप  यूरोलॉजिस्ट से मिले। क्योंकि यूरिन के कलर में बदलाव और उसे निकालने वाली गंदगी कई बीमारियों का संकेत देती है।  पेशाब की स्मेल में कई बीमारियों के ऐसे राज छुपे होते हैं जो शरीर के लिए काफी समस्या भी पैदा कर सकते है। तो चलिए जानते है वो कौन सी बीमारी के संकेत मिलते है। 

यूरिन में गंध के ये संकेत हो सकते है -

सिस्टीटिस :

अगर आपकी यूरिन में काफी समय से स्मेल आ रही है।  और यूरिन का कलर लगातार बदलता हुआ नजर आ रहा है तो हो सकता है आपको सिस्टीटिस नामक बीमारी हो।  यह बीमारी में ब्लैडर में सूजन पैदा कर देती है।  इसमें और भी कई वजह हो सकती हैं।  इससे ब्लैडर में जलन भी हो सकती है।  सिस्टीटिस इंफेक्शन से  यूटीआई  होने की संभावना बढ़ जाती है। यह कभी कभी  बिना  इन्फेक्शन के भी हो सकती है हालांकि दोनों स्थिति में पेशाब में गंध जरूर आती है। इसलिए इसे बिल्कुल भी नजरंदाज ना करें। 

डिहाइड्रेशन :

जब आपके शरीर में पानी की कमी होती है। तब यूरिन से  स्मेल  आने लगती है। इसका मतलब साफ होता है कि आप डिहाइड्रेशन के शिकार हो चुके हैं।  इसलिए पर्याप्त मात्रा में आपको पानी पीना चाहिए।  और तरल पदार्थ का सेवन भी करना चाहिए। इससे यूरिन से स्मेल आना बंद हो जाएगा।

डायबेटस कीटोएसिडोसिस :

डायबेटस कीटोएसिडोसिस नामक बीमारी डायबिटीज के मरीजों में ज्यादातर होती है। जब डायबिटीज की वजह से इंसुलिन का प्रोडक्शन बहुत कम हो जाता है। तब डायबेटस कीटोएसिडोसिस   होने लगता है । ऐसी स्थिति  में पेशाब से बहुत तीखी गंध आती है।  और डायबिटीज के मरीज इसे लगातार नजरअंदाज करते रहते हैं।  जिससे बीमारी गंभीर हो जाती है।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल फिस्टुला :

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल फिस्टुला होने से शरीर  में पेट या आंत  में छेद हो जाता है। इससे शरीर का कंटेंट लीक होने लगता है।  यह  मुख्य रूप से ब्लैडर के आसपास ही होता है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल फिस्टुला बेहद  ही खतरनाक बीमारी होती है। इस बीमारी के लक्षण से पेशाब से गंध आती है।  और इसलिए अगर यूरिन स्मेल आ रही है तो  आपको गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल फिस्टुला के संकेत हो सकते हैं। 

मेटाबॉलिक डिसऑर्डर :

यह एक दुर्लभ बीमारी होती है। मेटाबॉलिक डिसऑर्डर में जब हम भोजन करते हैं। और उससे जो एनर्जी बनती है। उसे बनाने के तरीके में परिवर्तन आने लगता है।  अगर मेटाबॉलिक डिसऑर्डर होने वाला होता है। तो इससे यूरिन में स्मेल आने लगती है। 

मेपल सिरप यूरिन डिजीज :

मेपल सिरप यूरिन डिजीज एक जेनेटिक बीमारी होती है। जो शैशावस्था में उजागर होने लगती है। जब यूरिन में यूटीआई इन्फेक्शन ज्यादा होने लगता है तो यूरिन से स्मेल आने लगती है। मतलब आपको मेपल सिरप यूरिन डिजीज के संकेत मिल रहे है।

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