भूख न लगने को मेडिकल भाषा में एनोरेक्सिया (Anorexia) या अरुचि रोग कहते हैं। एनोरेक्सिया (Anorexia) या अरुचि रोग में रोगी को भूख नहीं लगती, यदि जबरदस्ती भोजन किया भी जाय तो वह अरुचिकर लगता है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति 1 या 2 ग्रास से ज्यादा नहीं खा पाता और उसे बिना कुछ खाये -पिये ही खट्टी डकारें आने लगती हैं।
अरुचि रोग या अरोचक बीमारी का दूसरा नाम अग्रिमांद भी है। जिस का अर्थ है-भोजन के प्रति रुचि का पूरी तरह से समाप्त हो जाना। अरुचि रोग की प्रारंभिक अवस्था में भूख की कमी और कमजोरी का अहसास होने लगता है।
अरुचि का अर्थ यह भी होता है कि भूख लगी हो और भोजन भी स्वादिष्ट हो, फिर भी भोजन न खाया जाए। इस रोग से लगातार प्रभावित रहने से इंसान धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है और उसकी कार्यक्षमता पर भी असर होने लगता है।
एनोरेक्सिया (Anorexia) या अरुचि के इस रोग के कारण शारीरिक और मानसिक सकते है। इसके बारें में सही जानकारी होने से हम इससे बचाव भी कर सकते हैं।
एनोरेक्सिया के शारीरिक कारणों - Physical Reason of Hunger Disorder in Hindi :
मानसिक कारण - Psychological Reason of Hunger and Eating Disorders in Hindi
भूख ना लगने की समस्या से निजात पाने के लिए कई दवाइयों का सेवन भी किया जाता है लेकिन इन सबसे कारगर घरेलू उपाय माने जाते हैं। भूख ना लगना एक आम समस्या है और इसके कुछ आसान उपाय निम्न हैं: