रोजमेरी, एक प्राकृतिक औषधि है, जिसे गुलमेंहदी, केशवास आदि नामों से जाना जाता है। इसका इस्तेमाल भारतीय रसोई में भी देखने को मिलता है। आमतौर पर रोजमेरी का इस्तेमाल खाने में फ्लेवर और खुशबू लाने के लिए किया जाता है। इसके रोजाना इस्तेमाल से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, यानि रोजमेरी के नियमित सेवन करने से आपका शरीर बीमारियों का बेहतर तरीके से सामना कर सकता है।
रोजमेरी मुख्य रूप से अपनी मन मोह लेने वाली खुशबू के लिए जाना जाता है, जिसका इस्तेमाल कई प्रकार के सुगंधित प्रोडक्ट्स बनाने में किया जाता है। इतना ही नहीं बल्कि कीटनाशक के तौर पर भी इसका उपयोग किया जाता है। रोजमेरी में पौटेशियम, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्सियम, मैग्नेशियम, विटामिन A, B6, B12, C, D आदि पर्याप्त मात्रा में होते हैं।
कैंसर से बचाव - Cancer Survival
रोजमेरी में कारोनोसोल के गुण मौजूद होते हैं। रोजमेरी का ये गुण कैंसर रोधी होता है, जो ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, कोलोन कैंसर, ल्यूकेमिया, स्किन कैंसर व अन्य से बचाव करता है। रोजमेरी का खाने में इस्तेमाल करने से खाने का स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही ये कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचाता है।
याददाश्त बढ़ाए - Strong Memory
रोजमेरी में कारनोसिक नामक तत्व पाया जाता है, जो मस्तिष्क को स्वस्थ रख उसकी कार्यक्षमता तथा याददाश्त को बढ़ाता है। इससे सोचने की शक्ति तो तेज होती ही है साथ ही अल्जाइमर जैसे मानसिक रोग से भी सुरक्षा मिलती है।
मूड अच्छा रखे - Fresh Mood
रोजमेरी की खुशबू मन की दशा सुधारने का कार्य करती है। इसकी भीनी महक तनाव को दूर कर दिमाग को शांत करती है, जिससे आप हमेशा फ्रेश मूड में नज़र आते हैं।
माइग्रेन दूर करे - To Overcome Migraine
रोजमेरी को माइग्रेन की बीमारी के लिए एक प्राकृतिक उपचार माना गया है। रोजमेरी की पत्तियों को पानी में उबालें और सिर को तौलिए से ढककर लगभग दस मिनट तक उबले हुए पानी की भाप लें। इससे रोजमेरी की शांत खुशबू मस्तिष्क तक पहुंचकर माइग्रेन के दर्द में राहत देती है।
दर्द में राहत - Pain Relief
दर्द वाली जगह पर रोजमेरी के तेल से मालिश करने पर दर्द में राहत मिलती है। किसी भी प्रकार के दर्द और अर्थाराइटिस की परेशानी होने पर रोजमेरी के तेल का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से फायदा होता है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए - Increased Immunity
रोजमेरी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफेलेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो आपको स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। रोजमेरी का नियमित रूप से सेवन करने पर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
पाचन शक्ति बढ़ाए - Digesting
रोजमेरी का इस्तेमाल पेट की समस्या जैसे पेट में दर्द, गैस, अपच, बदहजमी आदि से बचाव के लिए भी किया जाता है। इस तरह की समस्या ज्यादातर मांसाहारी आहार से होती है। खाने में रोजमेरी का उपयोग करने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
बालों के लिए फायदेमंद - Hair Care
रोजमेरी का तेल सिर में या बालों में लगाने से बालों का गिरना कम होता है।
एंटी एजिंग तत्व - Anti-Ageing elements
रोजमेरी में कई प्रकार के एंटी एजिंग तत्वों के गुण शामिल होते हैं इसलिए एंटी एजिंग क्रीम में इसका इस्तेमाल किया जाता है। रोजमेरी के नियमित प्रयोग से झुर्रियों की समस्या दूर होती है साथ ही नई कोशिका बनाने में मदद मिलती है।
एंटीबैक्टेरियल तत्व - Anti-Bacterial Elements
रोजमेरी में कई एंटी बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं, जो पेट में होने वाले अल्सर की समस्या से बचाव के साथ- साथ घर के मच्छरों और कीटों का सफाया करते हैं।
एस्पिरीन एलर्जी - Aspirin Allergy
रोजमेरी में कई प्रकार के केमिकल पाये जाते हैं, जिनमें मुख्य रूप से सैलिसिलेट होता है। सैलिसिलेट शरीर के एस्पिरीन केमिकल को प्रभावित करता है, इसलिए रोजमेरी के अत्यधिक सेवन की वजह से एस्पिरीन एलर्जी की खतरा हो सकता है
मानसिक विकार - Seizure disorders
रोजमेरी का अत्यधिक सेवन, मानसिक विकार का कारण हो सकता है। इसलिए इसका उपयोग करने से पहले सही मात्रा की सलाह अच्छे वैद्य या डॉक्टर से जरूर लें।
रक्तस्राव विकार - Bleeding Disorders
वैसे तो रोजमेरी बहुत ही फायदेमंद है, लेकिन अनियमितता बरतने पर यानी अधिक सेवन करने पर इसका नकारात्मक प्रभाव पढ़ सकता है, जैसे रक्तस्राव (खून बहना), आंतरिक घाव उत्पन्न होना आदि।
गुर्दे या पेट की समस्या - Kidney or Stomach Problem
बिना सलाह रोजमेरी के अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है, जिसके फलस्वरूप पेट और आंतों में जलन या फिर गुर्दे से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
गर्भपात - Miscarriage
रोजमेरी का गर्म स्वभाव मासिक धर्म को प्रोत्साहित तथा गर्भाशय को प्रभावित करता है। यदि गर्भवती महिला रोजमेरी का सेवन बिना सलाह के करती है तो समस्या हो सकती है, जिसके चलते गर्भपात भी हो सकता है।