नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। राजस्थान की 200 में से 199 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ था। मतदान की इस प्रक्रिया में राज्य के 5 करोड़ 26 लाख 90 हजार 146 मतदाताओं ने 1863 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला EVM में कैद कर दिया है। 1863 उम्मीदवारों में से 183 महिला उम्मीदवार के नाम भी शामिल हैं। मतदान सुबह 7 बजे से शुरु हो कर शाम 06 बजे तक चला। जिसमें राजस्थान के 200 विधानसभा सीटों में 199 के लिए आज वोटिंग हो रही। प्रदेश में EVM में बंद हुआ राजस्थान का फैसला। शाम 6 बजे तक प्रदेश में 68.50 प्रतिशत मतदान हुआ है। हालांकि मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो कर शाम 6 बजे तक होना था। लेकिन कई बूथों पर शाम 6 बजे के बाद भी वोटरों की लाइन लगी है। जिसके बाद शाम 6 बजे के बाद कतार में खड़े लोगों को मतदान करने दिया जा रहा है।
अभी तक कहां हुआ कितना मतदान?
वहीं विधानसभा आम चुनाव 2023 के लिए जारी मतदान में ढोलपुर में 74.11 मतदान हुआ है। बारन में 73.12 प्रतिशत, बांसवारा में 72.49, अलवर में 69.71, बारमेड़ में 69.98, भरतपुर में 67.26, बीकानेर में 66.56, चित्तौड़गढ़ में 69.68, चुरू में 70.22, गंगानगर में 72.09, जयपुर में 69.22, जैसलमेर में 76.57, जोधपुर में 64.32, कोटा में 70.02, उदयपुर में 64.98 प्रतिशत मतदान हुआ है। चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों के सहयोग से जिलों में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। शुरुआती दौर में मतदान की गति ठोड़े धीमी रही है। हालांकि, सुबह 7 बजे से पहले ही लोग मतदान करने बूथों पर पहुंचने लग गए थे।
1863 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला EVM में कैद
राजस्थान के 199 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 51,507 मतदान केंद्रों पर 5 करोड़ 26 लाख 90 हजार 146 मतदाता 1863 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया। जिसमें 18-30 आयु वर्ग के 1,70,99,334 युवा मतदाताओं ने भी मतदान किया, जिनमें 18-19 आयु वर्ग के 22,61,008 नए मतदाता पहली बार वोटिंग किया। प्रदेश में 51 हजार 980 मतदान केंद्र बनाए गए थे। प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसत 1023 मतदाता हैं। राज्य में 1592 मतदान केंद्रों की कमान महिलाओं और 199 मतदान केंद्रों की बागडोर दिव्यांग कार्मिकों को सौंपी गई थी। राज्य में 26 हजार 393 मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग की व्यावास्था की गई थी।
इन पार्टियों ने भरी हुंकार
राज्य की 200 सीटों में से 199 पर इसलिए वोटिंग हो रही है, क्योंकि श्रीगंगानगर विधानसभा सीट के उम्मीदवार गुरमीत सिंह किन्नर के निधन के चलते यहां चुनाव स्थगित कर दिया गया है। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 198 और भाजपा ने 199 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि 737 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं। इनके अलावा बसपा के 185, आम आदमी पार्टी के 86, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 78, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के 46, भारत आदिवासी पार्टी के 27, राइट टू रिकॉल पार्टी के 26, इंडियन पीपुल्स ग्रीन पार्टी के 22, अभिनव राजस्थान पार्टी के 21, जननायक जनता पार्टी के 20, बहुजन मुक्ति पार्टी के 18, भारतीय ट्राइबल पार्टी के 17, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्स) के 17, अभिनव लोकतांत्रिक पार्टी, एआईएमआईएम और भीम ट्राइबल कांग्रेस के 10-10 समेत ढाई दर्जन से अधिक पार्टियों के सैकड़ों उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला
राजस्थान में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। 1993 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से हर पांच साल में यहां सरकार बदलने का रिवाज रहा है। इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी की सरकारें ही बनती रही हैं। इसलिए बीजेपी के नेता उम्मीद लगाए हैं कि इस बार भी यह रिवाज जारी रहा तो सत्ता की बागडोर बीजेपी के हाथ आ जाएगी। वहीं, कांग्रेस को उम्मीद है कि करीब तीन दशक से चला आ रहा यह रिवाज इस बार बदलेगा। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के मतदान की समय सीमा समाप्त होने के बाद राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने प्रेस कॉफ्रेंस कर मीडिया को जानकारी दी।इस दौरान प्रवीण गुप्ता ने कहा कि मतदान की प्रक्रिया अभी खत्म नहीं हुई है। अभी काफी बूथों पर मतदान जारी है। अभी बहुत सारे लोग कतार में खड़े हैं। मैं आंकड़ों में तो नहीं जाऊंगा लेकिन पिछली बार से ज्यादा मतदान होगा।
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