MP & CG Election: मध्य प्रदेश में 71.67% तो छत्तीसगढ़ में 68.15% हुआ मतदान, प्रत्याशियों के भाग्य EVM में कैद

MP & CG Election: मध्य प्रदेश विधानसभा की सभी 230 सीटों पर एक साथ और छत्तीसगढ़ की 70 सीटों पर हो रहें दूसरे चरण का मतदान खत्म हो गया है। दोनो राज्यों मे मतदाताओं ने खुब किया मत का इस्तेमाल।
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर पहुच गई है। प्रदेशवासियों के साथ साथ पूरे देश की नजर इन चुनावों में टिकी हुई थी। आज सफलता पूर्वक दोनों राज्यों में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस चुनाव में जहां एक तरफ मध्यप्रदेश की जनता ने 71.67 प्रतिशत मतदान किया, तो वहीं छत्तीसगढ़ की 70 सीटों पर 68.15 प्रतिशत लोगों नो अपने मताधिकार का प्रयोग कर रिकार्ड बना दिया। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में 71.32 फीसदी वोटिंग हुई है। वहीं छत्तीसगढ़ में 68.15 प्रतिशत लोगों ने शुक्रवार को वोट डाला। आज सभी प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में बंद हो गया है। दोनों राज्यों के मतदाताओं ने खूब बढ़ चढ़कर देश के सबसे बड़े लोकपर्व में भाग लिया और अपने अपने मतदान का प्रयोग किया। जैसे ही चुनाव आयोग द्वारा मतदान की गणना प्रक्रिया पूरी करके चुनाव का परिणाम घोषित किया जायेगा तो सभी प्रत्याशियों के चुनावी मुद्दों का दमखम सामने आ जायेगा।

छिटपुट घटनाओ के साथ, दोनों राज्यों में चुनाव प्रक्रिया हुई पूरी

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का चुनाव छिटपुट घटनाओ के साथ पूरा हो चूका है, हालांकि सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम के कारण दोनों राज्यों के चुनाव सफतलापूर्वक पूर्ण हो चुके हैं। मप्र में वोटिंग के बीच दो गुटों में आपस में पथराव के कारण एक व्यक्ति के घायल होने की खबर सामने आयी थी। सुरक्षा बलो ने दोनों गुटों को वहां से खदेड़ कर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया और सुरक्षा बढ़ा कर सफलतापूर्वक मतदान प्रक्रिया को पूरा कराया। घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अस्तपताल में भेज दिया गया था।

वही छत्तीसगढ़ से भी नक्सलियों के आईइडी ब्लास्ट की खबर सामने आयी, गनीमत यह रही कि सुरक्षा बलो के जवान उस स्थान से बहुत दूर थे। सुरक्षा बलो ने वहां से पांच किलोग्राम वजनी एक आईईडी को बरामद किया। इस घटना के बाद सेना ने नक्सली प्रभावित इलाको में सुरक्षा बलो की संख्या बढाकर सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता कर दिए। दोनों राज्यों में छुटपुट घटनाओ के साथ मतदान पूरा हो चूका है। अब सभी को चुनावों के नतीजों का इंतजार रहेगा, खासतौर पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का।

दोनों राज्यों मे प्रत्याशियों के भाग्य मतपेटीयों में हुए कैद

विधानसभा चुनाव में सभी प्रत्याशियों ने खूब मेहनत की है, अपनी अपनी पार्टियों के मुद्दों को जनता के सम्मुख रखने में किसी ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। प्रत्याशियों के भाग्य मतपेटियों में बंद हो चुके हैं। चुनाव के नतीजे आने तक, क्या प्रत्याशी, क्या जनता सभी मीडिया के आकड़ो से ही अपनी अपनी जिज्ञासा को पूरा करने की कोशिश करेंगे। चुनाव के परिणाम जानने की जिज्ञासा जनता और प्रत्याशी दोनों के ही महत्वपूर्ण है। अगर एक अच्छा प्रत्याशी चुनकर सत्ता में आता है तो, वह जनता के लिए पूरी ईमानदारी के साथ सारे विकास कार्य करेगा। वहीं प्रत्याशी भी अपने चुनाव के परिणाम को जानने के लिए उत्सुक रहता है।

मध्यप्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के भावी मुख्यमंत्री के दावेदार

मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री का भावी प्रत्यासी बनाया है। कांग्रेस ने कमलनाथ के चेहरे पर यह चुनाव लड़ा है। हालांकि कमाल नाथ को 2018 में 15 महीने तक मुख्यमंत्री का कार्यभार सँभालने का मौका मिला था। उन्होंने राजनीतिक संकट के कारण मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। कमलनाथ का एक अच्छा राजनीतिक ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। जिसको कांग्रेस इस विधानसभा चुनाव में भुनाना चाहती है।

बीजेपी ने मध्यप्रदेश में अपना मुख्यमंत्री का चेहरा किसी को नहीं बनाया है। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी लोकप्रियता बनाए हुए हैं और मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे ऊपर हैं। वे वर्तमान में भी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। शिवराज सिंह चौहान अपने कार्यो की वजह से जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद ही बीजेपी अपने मुख्यमंत्री के चेहरे पर अपना निर्णय लेगी।

छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के भावी मुख्यमंत्री के दावेदार

भूपेश बघेल वर्तमान में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हैं और कांग्रेस के वरिष्ठ राजनेता है। कांग्रेस ने उन्हें फिर से इस बार छत्तीसगढ़ का भावी मुख्यमंत्री का दावेदार बनाया है। अपने कार्यशैली के कारण पूरे भारत में प्रसिद्ध हो चुके हैं, वह एक किसान परिवार से आते हैं। वे अपनी योजनाओ के कारण विशेष रूप से चर्चित हैं। इनका प्रत्येक कार्य गरीबो, पिछड़ो, किसानो और समाज के हर जरूरतमंदो की भलाई के लिए होता है। प्रदेश में वे अपना एक अच्छा नाम बना चुके हैं।

वहीं डॉ. रमन सिंह बीजेपी से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके है। उन्होंने अपने कार्यकाल में बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किये हैं, जिसको भुलाया नहीं जा सकता है। डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ बीजेपी से विधानसभा चुनाव में भावी मुख्यमंत्री के दावेदार हैं। वह पेशे से एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं। उन्होंने अपने डॉक्टरी के पेशे से धन अर्जन कर धनी इंसान बनने का कभी नहीं सोचा। बल्कि वे मुफ्त में गरीबो, पिछड़ो और जरुरतमंदो का ईलाज करते रहे। फलस्वरूप उन्हें समय के साथ साथ अपने गृह राज्य का मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, जिसका उन्होंने जरुरतमंदो की भलाई के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं बनाकर, अंजाम दिया। उनकी योजनाओ से प्रदेश के जरुरतमंदो को भरपूर लाभ मिला।

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