नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क,30 नवंबर 2023: हिंदू धर्म की मान्यताएं और पुराणों के अनुसार गुरुवार के दिन विष्णु भगवान की पूजा की जाती है। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और देवताओं के गुरु बृहस्पति से संबंधित है। इसी कारण इसे बृहस्पतिवार भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ केले के पौधे की पूजा करने का विधान है। इस दिन भगवान विष्णु को गुड़ और चने का भोग लगाने के साथ व्रत अवश्य करना चाहिए।
धार्मिक मान्यता के अनुसार केले के पेड़ में बृहस्पतिदेव का निवास होता है। यदि इस दिन केले के पेड़ का पूजन किया जाए तो देवताओं के गुरु बृहस्पति देव एवं भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और हर मनोकामना को पूरा करते हैं।इस दिन केले के पेड़ का पूजन किया जाए तो देवताओं के गुरु बृहस्पति देव एवं भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और हर मनोकामना को पूरा करते हैं। गुरुवार को बृहस्पति देव की पूजा करने से धन, विद्या, मान-सम्मान, प्रतिष्ठा और कई अन्य मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ इन मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ हर कष्ट से छुटकारा मिल जाता है।
जीवश्चाङ्गिर-गोत्रतोत्तरमुखो दीर्घोत्तरा संस्थित: पीतोश्वत्थ-समिद्ध-सिन्धुजनिश्चापो थ मीनाधिप:। सूर्येन्दु-क्षितिज-प्रियो बुध-सितौ शत्रूसमाश्चापरे सप्ताङ्कद्विभव: शुभ: सुरुगुरु: कुर्यात् सदा मङ्गलम्।।
भगवान विष्णु के इस बीज मंत्र का जाप करने से व्यक्ति अपनी अभी चिंताओं से मुक्त हो जाता है ।
ॐ बृं बृहस्पतये नम:।
ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:।
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।
ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:।
ॐ गुं गुरवे नम:।
अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in
डिसक्लेमर
इस लेख में प्रस्तुत किया गया अंश किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की पूरी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता। यह जानकारियां विभिन्न स्रोतों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/प्रामाणिकताओं/धार्मिक प्रतिष्ठानों/धर्मग्रंथों से संग्रहित की गई हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य सिर्फ सूचना प्रस्तुत करना है, और उपयोगकर्ता को इसे सूचना के रूप में ही समझना चाहिए। इसके अतिरिक्त, इसका कोई भी उपयोग करने की जिम्मेदारी सिर्फ उपयोगकर्ता की होगी।