पितृ पक्ष में लगाए ये पांच खास पौधे,आपके पूर्वज खुश हो उठेंगे, जीवनभर रहेगी कृपा :

पितृपक्ष के दौरान लोग अपने पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए बहुत से उपाय करते हैं उन्हें दान पिंड करते हैं स्नान कराते है लेकिन आप एक अलग तरीके से अपने पूर्वजों को प्रसन्न कर सकते हैं तो पढ़े पूरी खबर
पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों को याद करते हुए.....
पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों को याद करते हुए.....Social Media

नई दिल्ली रफ्तार न्यूज डेस्क : हिंदू धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व माना गया है। ऐसी मानता है कि इन दोनों पितरों और अमृत पुरुषों के लिए पूजा पाठ करने और तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। और हमारे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।  इस दौरान पितरों को प्रसन्न करने के लिए कई लोग अलग-अलग प्रयास करते हैं ।  ऐसी मानता है कि पितरों को प्रसन्न करने से घर में सुख शांति और वृद्धि बनी रहती है। और किसी कार्य में रुकावट नहीं आती।  ऐसे प्रयासों से पितरों की आत्मा को  शांति भी मिलती है । साथ ही  कर्मों का अच्छा फल पितृपक्ष में मिलता है।  ऐसी मान्यता ये भी है कि जो लोग अपने पितरों का दान पिंड करते हैं।  उन पर  हमेशा  कृपा दृष्टि होती है। अगर आप पितृ पक्ष को खुश करने के लिए कुछ नया करना चाहते हैं तो आप यह पांच पौधे लगाए आप पर पितरों की कृपा सदैव बनी रहेगी। 

शमी का पेड़ :

शमी के पौधे को शनि देव का पौधा माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह पौधा घर में जरूर लगा होना चाहिए।  जिस घर में शमी का पौधा होता है। उसे घर में कभी भी नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं हो सकता।  ऐसा माना जाता है कि शमी का पौधा सारी नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित कर लेता है।  इसलिए पितृपक्ष के दौरान आप सभी शमी का पौधा घर के बाहर जरूर लगाए।  इससे आपके पितृ जरूर प्रसन्न होंगे।

तुलसी का पौधा :

वैसे से तुलसी का पौधा हर घर में जरूर होता है।  तुलसी को एक औषधि का रूप माना गया है  लेकिन लोग इसे औषधि के साथ-साथ इसकी पूजा भी करते हैं।  लेकिन क्या आप जानते हैं अगर पितृ पक्ष के दौरान तुलसी का पौधा घर में लगाया जाए तो इससे क्या होगा। मान्यताओं के अनुसार यदि पितर पक्ष में  तुलसी पर जल  चढ़ाया जाता है तो उसे सीधे स्वर्ग की प्राप्ति होती है। आप  पितृपक्ष में तुलसी का पौधा घर के बाहर भी लगा सकते है।  फिर  नियमित जल चढ़ाए तो इससे आपके  पितर प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते

पीपल का पौधा :

पीपल का पौधा सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला पौधा है।  शास्त्रों में कई जगह यह बताया गया है कि पीपल का वृक्ष अत्यंत फलदाई वृक्ष में से एक है। इसलिए यदि पितृपक्ष में घर में किसी पवित्र स्थान पर पीपल का वृक्ष लगाया जाता है तो निश्चित ही रूप से रुके हुए काम बनने लगते हैं।  पितृपक्ष में यदि आप यह वृक्ष अपने घर पर नहीं लगा पा रहे हैं तब भी इस पर नियमित रूप से जल चढ़ाने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं। 

बरगद का पौधा :

बरगद का पौधा सबसे ज्यादा आयु तक चलने वाला वृक्ष है । ऐसी मानता है कि यह आयु प्रदान करने वाला वृक्ष है। साथ ही यह पितृ को भी  प्रशस्त करता है।  यदि आपको ऐसा लगता है कि पितरों को किसी कारणवश मुक्ति नहीं मिली है। तो आप घर के बाहर अपने बरगद का पौधा लगा सकते हैं। इससे  पितरों को मुक्ति मिलती है। और आपकी आयु में इजाफा भी होता है।

बेल का पौधा :

बेल का पेड़ बहुत ही अच्छा माना जाता है यह  औषधि और पूजा दोनों के लिए अच्छा होता है।  कहा जाता है कि बेलपत्र शिव को अत्यंत पसंद है।  और बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं।  इसलिए पितृत्व पक्ष के दौरान बेल के पौधे का घर में रोपण करने से शिवजी तो प्रसन्न होते है और साथ ही साथ ही पूर्वजो को  भी मुक्ति का मार्ग मिल जाता है। यही कारण है कि बेल का पौधा घर में पितृपक्ष के दौरान जरूर लगाना चाहिए।

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