पद्मिनी एकादशी का व्रत और पूजा करने से दोगुना फल मिलता है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करने के साथ-साथ पद्मिनी एकादशी की व्रत कथा भी पढ़नी चाहिए।