यह जैन धर्म का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। यह त्योहार भगवान महावीर के जीवन और शिक्षाओं को याद करने का अवसर है इस दिन जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म हुआ था।