Guru Purnima 2023: गुरु पूर्णिमा कब है, इस दिन सत्‍यनारायण भगवान की कथा सुनने के क्‍या हैं लाभ

हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह में गुरु पूर्णिमा मनाई जा रही है। इस माह पूर्णिमा की तिथि 2 जुलाई, रात 8 बजकर 21 मिनट पर शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन अगले दिन शाम 5 बजकर 8 मिनट पर हो जाएगा।
Guru Purnima 2023
Guru Purnima 2023social media

नई दिल्ली,रफ्तार डेस्क।पूर्णिमा तिथि की विशेष धार्मिक मान्यता होती है. इस दिन पर खास पूजा-पाठ किया जाता है साथ ही भक्त इस दिन पवित्र नदियों में स्नान भी करते हैं. आषाढ़ माह की पूर्णिमा पर गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है. गुरु की जीवन में अहम भूमिका होती है. वे गुरु ही हैं जो ज्ञान के सागर से अपने शिष्यों को परिचित कराते हैं. इसी चलते गुरु के सम्मान में गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है. जानिए किस दिन पड़ रही है गुरु पूर्णिमा और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त.

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कब है गुरु पूर्णिमा

हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह में गुरु पूर्णिमा मनाई जा रही है. इस माह पूर्णिमा की तिथि 2 जुलाई, रात 8 बजकर 21 मिनट पर शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन अगले दिन शाम 5 बजकर 8 मिनट पर हो जाएगा. इस चलते गुरु पूर्णिमा इस साल 3 जुलाई, सोमवार के दिन मनाई जाएगी. 

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पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार गुरु वेद व्‍यासजी को भगवान विष्‍णु का अंश माना गया है। इसलिए गुरु पूर्णिमा पर उनकी पूजा की जाती है और उनके रूप माने जाने वाले सत्‍यनारायण भगवान की कथा सुनी जाती है।

गुरु पूर्णिमा की पूजाविधि

गुरु पूर्णिमा पर यदि आप किसी कारणवश सत्‍यनारायण भगवान की कथा नहीं कर पा रहे हैं तो सामान्‍य विधि विधान से भगवान विष्‍णु की पूजा करने से भी शुभ फल की प्राप्ति होगी। भगवान विष्‍णु की पूजा में तुलसी, धूप, दीप, गंध, पुष्प और पीले फल चढ़ाएं और श्री‍हर‍ि का स्‍मरण करें और मनोकामना याद करें। भक्ति भाव के साथ पूजा करनी चाहिए। पूजा के उपरांत भगवान को विभिन्न प्रकार के पकवानों का भोग लगाएं और प्रणाम करें। भोग को प्रसाद स्वरूप सभी लोगों में वितरित कर दें।

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