Ganpati Utsav 2023: घर में इकोफ्रेंडली बनाएं भगवान गणेश की मूर्ति, जानें पूजा से लेकर  विसर्जन की  विधि

गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है।  यह खुशी समृद्धि और सकारात्मक का त्यौहार है। इस दिन  भक्त भगवान गणेश की मूर्ति घर पर लाते हैं और 10 दिनों तक उनकी पूजा करके उन्हे विसर्जित कर देते है।  
ऐसे बनाएं इकोफ्रेंडली गणेश मूर्ति
ऐसे बनाएं इकोफ्रेंडली गणेश मूर्तिweb

नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक माना गया है। यह खुशी समृद्धि और सकारात्मक का त्यौहार है।  जो हर साल बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ पूरे देश भर में मनाया जाता है।  यह सबसे अधिक मनाया जाने वाले हिंदू त्योहारों में से एक है। इस दिन  भक्त भगवान गणेश की मूर्ति घर पर लाकर उसकी स्थापना करते है  और 10 दिनों तक उनकी पूजा करने के बाद उन्हें विसर्जित कर देते है।  गणेश की मूर्तियां बाजार में विभिन्न प्रकार की उपलब्ध है। लेकिन उनमें से अधिकांश गैर बायोडिग्रेडेबल सामग्री से बनी होती हैं।  प्लास्टर ऑफ पेरिस और अन्य रासायनिक रंगों से बनी मूर्तियां पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं। गणेश चतुर्थी की मूर्तियां से होने वाला प्रदूषण भी इकोसिस्टम को नुकसान पहुंचाता है।  मछलियों और जालीय पौधों को भी नुकसान होता है । कई क्षेत्रों में जैसे की गणेश चतुर्थी पर विसर्जन के दौरान  पानी में मूर्तियों के विसर्जन के साथ ही  समाप्त हो जाता है । और पूरा पानी दूषित हो जाता है।  ऐसे में आप नदियों को दूषित बचाने के लिए और जलीय पौधों को सुरक्षित रखने के लिए आप इको फ्रेंडली गणेश की प्रतिमा बना सकते हैं। चलिए जानते हैं वो कौन से तरीके हैं। जिससे गणेश की मूर्ति इकोफ्रेंडली बना सकते है।

मिट्टी की मूर्तियां

गणेश चतुर्थी पर इकोफ्रेंडली गणेश प्रतिमा में मिट्टी की मूर्ति शुभ और अच्छी मानी जाती है। पर्यावरण के अनुकूल मिट्टी की गणेश मूर्तियां 100% बायोडिग्रेडेबल और किसी भी रसायन से मुक्त है। यह मिट्टी से बने होते हैं जो पानी में डूबने पर झीलों और समुद्री को साफ करने में मदद करते हैं । इसे बनाने के लिए आपको बस मिट्टी और पानी की  जरूरत होती है। आप मिट्टी के  मॉडलिंग क्ले को अपने हाथ में ले और इस गणेश के शरीर को विभिन्न हिस्सों के अनुपात में विभाजित कर दें । मिट्टी को अपनी डिजाइन के अनुसार ढालने मूर्ति तैयार कर लें। प्रतिमा तैयार  होने के बाद टूथपिक का उपयोग करें और गणेश की मूर्ति पर विशेषताएं बनाएं और इसे पसंदीदा एक्रिलिक रंगो का उपयोग करके खूबसूरत बना सकते है। 

अखबार की गणेश मूर्ति

आप अपने पुराने अखबारों से एक अनोखी और रचनात्मक गणेश प्रतिमा बना सकते हैं। जो बहुत ही इकोफ्रेंडली नजर आयेगी।  सबसे पहले विभिन्न अखबारों के कट आउट लें और उन्हें पानी के एक बर्तन में कुछ मिनट के लिए भिगो दें। इन कटों का उपयोग पूरी तरह से गला होने के बाद मूर्ति के विभिन्न तत्वों को बनाने के लिए उपयोग करें।  अब एक कटोरा में थोड़ा सा मैदा में पानी लें। फिर एक  चिकना तरल बनाने के लिए इस मिश्रण को काफी देर तक  हिलाते रहे।  मिश्रण का उपयोग करके गणेश प्रतिमा को एक साथ जोड़ने के बाद आप विभिन्न रंगों से इसे सजा सकते हैं। पूरी तरह तैयार होने के बाद अखबारों के गणेश भगवान बहुत खूबसूरत दिखेंगे।

चावल के आटे की मूर्ति

चावल के आटे और कुछ किचन  मसाले का उपयोग करके एक अच्छी खासी  गणेश मूर्ति बना सकते है। यह  पर्यावरण के अनुकूल होती है। आप इसके लिए दो किलो चावल लें। उसे तेल को पानी  उबाल कर इस मिश्रण को चावल के आटे में डालकर अच्छी तरह से हिलाएं।  अब इसे  10 मिनट के लिए ढककर रख दीजिए । फिर आटे को एक गेंद के रोल में परिवर्तित करें।  इसे  शरीर के विभिन्न हिस्सों को काट लें और इकट्ठा करें । अब आप गणेश भगवान के शरीर के एक एक अंग को बनाना शुरू कर दें। आप आंखों कपड़ा और सहायक वस्तुओं को जोड़ने के लिए काली मिर्च इलायची , ममिर्च के गुच्छे आदि जैसे मसाले का उपयोग कर सकते हैं । मूर्ति को आकर्षक बनाने के लिए हल्दी का उपयोग कर सकते हैं।

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