नई दिल्ली रफ्तार डेस्क। 26 February 2024। भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने के लिए सोमवार का दिन बेहद खास होता है। इस दिन भगवान की पूजा अर्चना करते हैं। उनके मंत्रों का जाप भी करते हैं। और उन्हें बेलपत्र चढ़ाकर दूध का अभिषेक भी किया जाता है।
सोमवार को आप प्रातः काल उठकर स्नान ध्यान करें और भोलेनाथ के मंदिर जाकर उन्हें जल अर्पित करें। इसके बाद उन्हें चंदन फल फूल माला चढ़कर धूपबत्ती जलाएं। उन्हें कुएं से बने हुए लड्डू का भोग लगाना चाहिए। क्योंकि सफेद कलर भगवान को काफी प्रिया है। इसके बाद शिव चालीसा का पाठ करके उनकी आरती करें। इसके बाद प्रसाद सभी को बांट दें और खुद भी ग्रहण करें।
भगवान की पूजा में जलाभिषेक के साथ बेलपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व है। भगवान भोलेनाथ एक बेलपत्र से काफी प्रसन्न हो जाते हैं और आपको मनचाहा वरदान भी देते हैं। इसीलिए आपको सोमवार को भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र अवश्य चढ़ाना चाहिए। लेकिन एक बात का ध्यान रखें सोमवार को कभी भी बेलपत्र नहीं तोड़ा जाता इसलिए आप रविवार को ही बेलपत्र तोड़कर रख ले।
ऊँ नम: शिवाय।।
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
नमो नीलकण्ठाय।
ॐ पार्वतीपतये नमः।
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।
ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा।
चंद्र बीज मंत्र- 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:', चंद्र मूल मंत्र 'ॐ चं चंद्रमसे नम:'।
ऐं ह्रीं श्रीं 'ॐ नम: शिवाय' : श्रीं ह्रीं ऐं
ॐ ऐं ह्रीं शिव गौरीमय ह्रीं ऐं ऊं।
ॐ त्र्यंम्बकम् यजामहे, सुगन्धिपुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्, मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।'
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