नई दिल्ली,रफ्तार डेस्क 22 December 2023 : शुक्रवार के दिन हिंदू धर्म के अनुसार माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है वहीं इस दिन शुक्र ग्रह को भी समर्पित है इस दिन शुक्र ग्रह की पूजा अर्चना करके उनको भी प्रसन्न किया जाता है। लेकिन ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें यह नहीं पता कि शुक्रवार के दिन त्रिदेवियों की पूजा करने से घर में अपार दौलत और सुख शांति की बढ़ोतरी होती है। तो आईए जानते हैं त्रिदेवियों की पूजा विधि और मंत्र के बारे में।
शुक्रवार के दिन ऐसा माना जाता है की देवी के तीन स्वरूप यानी लक्ष्मी,सरस्वती और दुर्गा माता की पूजा अर्चना करने से घर में सुख शांति बनी रहती है और बरकत भी होती हैं साथ ही आपके परिवार का सारा कष्ट दूर हो जाता है।इस दिन मिठाई का दान किया जा सकता है। कथाओं के अनुसार लगातार 16 शुक्रवार के दिन व्रत रखना बेहद फायदेमंद साबित होता है। इस दिन लोग सफेद रंग के वस्त्र पहनना भी शुभ माना जाता है। देवियों को प्रसन्न करने के लिए यह दिन सबसे शुभ माना जाता है।
त्रिदेवियों की पूजा के लिए सबसे पहले उनका आवाहन करें। अब देवियों को स्नान कराएं। स्नान पहले जल से फिर पंचामृत से और वापिस जल से स्नान कराएं। अब माताओं को वस्त्र अर्पित करें। इसके बाद उन्हें आसन पर स्थापित करें, फिर आभूषण और पुष्पमाला पहनाएं। अब इत्र अर्पित करें व तिलक करें। तिलक के लिए कुमकुम का प्रयोग करें। इसके बाद धूप व दीप अर्पित करें। ध्यान रहे कि मां दुर्गा के पूजन में दूर्वा अर्पित नहीं की जाती है। मां को लाल गुड़हल के फूल अर्पित करें। देवीयों को गुड़ चने का भोग लगायें और ‘ऊं श्री दुर्गाय नमः’ मंत्र का जाप करें मां दुर्गा का यह मंत्र मां लक्ष्मी, सरस्वती और काली तीनों शक्तियों की उपासना के लिए है।इसके बाद कथा पढ़ कर आरती करें कथा आपको तीनों देवियों की करनी चाहिए। कथा समाप्त होने पर हाथ का गुड़ चना गाय को खिला दें। और त्रिदेवियां से अपनी घर की सुख शांति के लिए प्रार्थना करें।
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