
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। जब भी हम किसी भी शुभ काम की शुरुआत करते हैं, तो सबसे पहले मंत्रों का उच्चारण करते हैं। किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से पहले मंत्रों का उच्चारण करना लाभकारी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मंत्र का जाप करने से घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है। जिस घर में मंत्र जाप नहीं होता है उस घर में अशांति का माहौल बना रहता है।
इसके साथ ही घर में नाकारात्मक ऊर्जा भी प्रवेश करती है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके परिवार में सुख-शांति बनी रहे तो आप मंत्रों का सहारा ले सकते हैं। मंत्रों का जाप करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके साथ ही परिवार में शांति भी बनी रहती है। आइए जानते हैं आप किस मंत्र का जाप कर सकते हैं।
इन मंत्रों का करें जाप
यानि कानि च पापानि जन्मांतर कृतानि च।
तानि सवार्णि नश्यन्तु प्रदक्षिणे पदे-पदे।
इस मंत्र का जाप सात दिनों तक दिन में तीन बार पूर्व की ओर मुख करके करें। ऐसा करने से घर में शांति बनी रहती है।
ॐ सूर्य देवाय नमः
इस मंत्र का जाप रोजाना सुबह स्नान के बाद कम से कम 108 बार करना चाहिए। ऐसा करने से मन में शांति आती है और व्यक्ति का मन शांत रहता है।
ॐ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः।
स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः।
स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः।
स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
पूजा की शुरुआत में इस मंत्र का जाप किया जाता है, स्वस्ति का जाप करने के बाद इसे पवित्र जल या पूजा के लिए इस्तेमाल किए गए पानी से सभी दशों दिशाओं में छिड़का जाता है।
कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:॥
यह मंत्र एक प्रकार का शुभ मंत्र है। इस मंत्र को रोजाना जपना चाहिए। स्नान के बाद कुशा के आसन पर बैठकर सुबह-शाम इस मंत्र का 108 बार जप करें।
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