
नई दिल्ली,रफ्तार डेस्क। हिंदू धर्म में मंत्रों का बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि मंत्र का जाप करने से कोई भी मनोकामना पूरी हो जाती है। भागवत पुराण में जब भी माता की पूजा की चर्चा होती है तो माता पार्वती का उल्लेख होता है। इन्हें दुर्गा, काली का रूप माना जाता है। इन्हें गौरी और अम्बे माँ के नाम से भी जाना जाता है। मां पार्वती देवाधिदेव महादेव की अर्धागिंनी हैं। जो भी कुंवारी लड़किया मां गौरी की मन से पूजा-अर्चना करती हैं, उन्हें मनचाहा वर प्राप्त होता है। देवी पार्वती के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति के विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है। अगर आपकी शादी में देरी हो रही है या आपको मनचाहा वर नहीं मिल रहा है तो स्वयंवर पार्वती मंत्र का जाप करें। यह मंत्र पार्वती स्त्रोत में वर्णित है। यह बहुत शक्तिशाली मंत्र है।
स्वयंवर पार्वती मंत्र
ॐ ह्रीं योगिनी योगिनी योगेश्वरी योग भयंकरी
सकल स्थावर जंगमस्य मुख हृदयं मम वशं
आकर्षय आकर्षय नमः।।
पार्वती मंत्र के लाभ
कई बार आपकी शादी में परेशानियां आती हैं और वे हमारे नियंत्रण से बाहर होती हैं और हम रिश्ता खत्म करने पर भी विचार कर सकते हैं, लेकिन आप पार्वती माता के मंत्रों का जाप करके अपनी शादी को सफल बना सकते हैं। माता के इस मंत्र से सभी काम सफल हो जाते हैं। जिन लड़कियों के शादी में देरी हो रही हो वो माता पार्वती की मूर्ति रखकर उनके सामने 108 बार इस मंत्र का जाप करें। इसके साथ मंदिर में जाकर भी आप स्तोत्र पढ़ सकती हैं।
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