
नई दिल्ली,रफ्तार डेस्क। सावन का महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए बहुत ही शुभ और मंगलकारी महीना माना जाता है। श्रावण मास का सोमवार पूजा-पाठ, व्रत और पूजा के लिए बहुत शुभ माना जाता है। शिवपुराण के अनुसार पार्वतीजी की तपस्या के दौरान नारज ने शिवजी को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए ॐ नमः शिवाय मंत्र का महत्व बताया था। और इस मंत्र का जाप करके देवी पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न किया और पति प्राप्त किया। यह महामंत्र भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका है। यह मंत्र शिव का सर्वज्ञ, परिपूर्ण और शुद्ध स्वरूप है और अद्वितीय है। आइए जानते हैं सावन के पहले सोमवार के दिन शिव जी के किन मंत्रों का जाप करें।
भोलेनाथ को खुश करने का मंत्र
नम: शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।। ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हणोधपतिर्बम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।
शिव जी का मूल मंत्र
ॐ नमः शिवाय
शिव की पूजा के लिए मंत्र
ऊं नागेश्वराय नमः
काल को खत्म करने के लिए मंत्र
ऊं नम: शिवाय कालं महाकाल कालं कृपालं ऊं नम:
महामृत्युंजय मंत्र-
ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
रुद्र गायत्री मंत्र-
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
शिव की कृपा पाने के लिए मंत्र
ऊं चंद्रमौलेश्वर नम:
बेलपत्र चढ़ाते समय का मंत्र
ऊं नम: शिवाय कालं ऊं नम: