नई दिल्ली,रफ्तार डेस्क। अधिकमास या मलमास चल रहा है। इस महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन पद्मिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस बार ये व्रत 29 जुलाई को रखा जाएगा। पद्मिनी एकादशी के दिन श्रीहरि विष्णु की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति पद्मिनी एकादशी का व्रत करता है उसे पूरे वर्ष की एकादशियों के व्रत के समान फल प्राप्त होता है। साथ ही विष्णु लोक की भी प्राप्ति होती है। इस एकादशी का अर्थ भगवान श्रीकृष्ण धर्मराज युधिष्ठिर ने बताया था। उन्होंने कहा कि पद्मिनी एकादशी के दिन जब कई पुण्यों का फल मिलता है। इस व्रत को करने से यश की प्राप्ति होती है। वहीं, मरने के बाद व्यक्ति स्वर्ग जाता है। आइए जानते हैं पद्मिनी एकादशी के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ मिलता है।
विष्णु भगवान के मंत्र:
1. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
2. श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
3. ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
4. ॐ विष्णवे नम:
5. ॐ हूं विष्णवे नम:
6. ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
7. लक्ष्मी विनायक मंत्र-
दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
8. धन-वैभव के लिए मंत्र
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
इन मंत्र का लाभ
पद्मिनी एकादशी की पूजा करते समय यदि भगवान विष्णु की आरती और मंत्रों का जाप किया जाए तो फल दोगुना हो जाता है। सच्चे मन से श्रीहरि की आरती करें और मंत्रों का उच्चारण सही उच्चारण के साथ करें। आरती और भगवान विष्णु के मंत्र का जाप करें।
अन्य खबरों के लिए क्लिक करें- www.raftaar.in