
नई दिल्ली , 21 नवंबर 2023 : कलियुग में हनुमानजी की आराधना बहुत जल्दी फल देती है। हनुमानजी की नित्य आराधना करने वाला व्यक्ति जीवन में कभी निराश नहीं होता। इस आर्टिकल में आप जानेंगे किस प्रकार हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए।
मंगलवार को पूजा करें
हनुमानजी की पूजा मंगलवार को करना सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। मंगलवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर निकट के किसी हनुमान मंदिर में जाएं। वहां पर उन्हें प्रणाम करें तथा यथाशक्ति देसी घी का दीपक, पुष्प, माला, प्रसाद आदि अर्पित करें। इसके बाद वहीं पर बैठकर तुलसी या रुद्राक्ष की माला से 51 माला राम नाम का मंत्र जपें। जप पूरा होने के बाद हनुमान जी को प्रणाम करें और बिना किसी से बात किए चुपचाप घर आ जाएं। इस तरह प्रत्येक मंगलवार को करते रहें।
राम नाम का जप करें
हनुमानजी की पूजा में राम नाम का जप विशेष महत्व रखता है। राम नाम के जप से हनुमानजी की कृपा प्राप्त होती है। 51 माला राम नाम का जप करने से मन शांत होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
अन्य मंत्रों का जप भी करें
मंगलवार को हनुमानजी के इन मंत्रों का भी जप कर सकते हैं:
शत्रुओं से मुक्ति के लिए: ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट
कर्ज से मुक्ति के लिए: ॐ हं हनुमते नम:
घर में क्लेश और ग्रह-नक्षत्रों के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए: ॐ नमो भगवते हनुमते नम:
इस संसार की समस्त बाधाओं और संकटों से निपटने के लिए: ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा
पूजा करते समय ध्यान रखें
हनुमानजी की पूजा करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
पूजा स्थल साफ-सुथरा होना चाहिए।
पूजा के समय मन शांत और भक्ति भाव से होना चाहिए।
पूजा में इस्तेमाल होने वाले सभी सामान शुद्ध होने चाहिए।
पूजा के बाद हनुमानजी से अपनी मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना करें।
हनुमानजी की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और सफलता प्राप्त होती है।
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