नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। हिन्दू धर्म में भगवान शिव को देवों का देव कहा जाता है। महादेव अपनी दया और करुणा के लिए भी जाने जाते हैं। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोग महादेव की पूजा करते हैं और उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि कुछ मंत्र ऐसे हैं जो भक्तों को अपने देवता शिव को प्रसन्न करने में मदद करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन मंत्रों के जाप से न केवल भगवान शिव प्रसन्न होते हैं, बल्कि भक्तों के दिलों में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
महादेव को प्रसन्न करने वाले मंत्र
यह शिव जी का सबसे प्रसिद्ध और सामान्य मंत्र है और इसका अर्थ है शिव जी को प्रणाम। दिन में 108 बार इस मंत्र का जाप मन और शरीर को शांत करने और महादेव को आशीर्वाद देने के लिए कहा जाता है।
'ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्'
यही शिव-गायत्री मंत्र है । इस मंत्र का जाप करने से मनुष्य के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ||
यह महामृत्युंजय जाप है, जिसका अर्थ है सुगंधित और पौष्टिक त्रिनेत्र की पूजा करना। जैसे फल शाखा के बंधन से मुक्त हो जाता है, वैसे ही हमें मृत्यु और नश्वरता से मुक्त होना चाहिए।
ॐ नमो भगवते रुद्राय नमः
इस मंत्र को रुद्र मंत्र कहा जाता है। माना जाता है कि यह मंत्र आपकी सभी इच्छाओं को भगवान शिव तक पहुंचा देता है।
लघु महामृत्युंजय मंत्र ॐ हौं जूं सः
जिन लोगों को महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने में कठिनाई होती है उनके लिए एक अक्षर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से असाध्य रोग भी दूर हो जाते हैं।