नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। हिंदू धर्म में भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। भगवान गणपति को प्रथम पूज्य माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि कोई भी शुभ कार्य करने से पहले भगवान गजानंन का ध्यान किया जाता है। किसी भी मांगलिक कार्य में सबसे पहले उन्हें न्योता दिया जाता है। व्यक्ति के किसी भी काम पर आने वाली दुविधा को भगवान गणेश समाप्त कर देते हैं। बुधवार के दिन विशेषरूप से भगवान गणेश की पूजा की जाती है। भगवान गणेश की इस स्तुति का पाठ करने से सारी परेशानियां दूर हो जाती है। व्यक्ति के सारे काम पूरे होने लगते हैं।
गणपति स्तुति
मुदा करात्तमोदकं सदा विमुक्तिसाधकं कलाधरावतंसकं विलासिलोकरञ्जकम्।
अनायकैकनायकं विनाशितेभदैत्यकं नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम् ।। १।।
नतेतरातिभीकरं नवोदितार्कभास्वरं नमत्सुरारिनिर्जकं नताधिकापदुद्धरम् ।
सुरेश्वरमं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरं महेश्वरं तमाश्रये परात्परं निरन्तरम् ।। २।।
समस्तलोकशंकरं निरस्तदैत्यकुञ्जरं दरेतरोदरं वरं वरेभवक्त्रमक्षरम् ।
कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं यशस्करं नमस्करं नमस्कृतां नमस्करोमि भास्वरम् ।। ३।।
अकिंचनार्तिमार्जनं चिरंतनोक्तिभाजनं पुरारिपूर्वनन्दनं सुरारिगर्वचर्वणम् ।
प्रपञ्चनाशभीषणं धनंजयादिभूषणं कपोलदानवारणं भजे पुराणवारणम् ।।४।।
नितान्तकान्तदन्तकान्तिमन्तकान्तकात्मजमचिन्त्यरुपमन्तहीनमन्तरायकृन्तनम्।
हृदन्तरे निरन्तरं वसन्तमेव योगिनां तमेकदन्तमेव तं विचिन्तयामि संततम् ।। ५।।
महागणेश पञ्चरत्नमादरेण योऽन्वहं प्रगायति प्रभातके हृदि स्मरन् गणेश्वरम् ।
अरोगतामदोषतां सुसाहितीं सुपुत्रतां समाहितायुरष्टभूतिमभ्युपैति सोऽचिरात् ।। ६।।
स्तुति का लाभ
भगवान गणेश की स्तुति का पाठ करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। यदि आप कोई नया काम शुरू कर रहे हो तो आप इस स्तुति का पाठ करें। साधक के सारे बिगेड़े काम को ये स्तुति बना देती है। यदि किसी को बच्चा नहीं हो रहा हो तो वो भी हर बुधवार को इस विशेष स्तुति का पाठ करें।
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