नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। सनातन धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है। हिंदू धर्म में अनेक देवी -देवता की पूजा का विधान है। हर एक देवी-देवता की अपनी शक्ति और महत्व है। हिंदू धर्म में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता माना जाता है। भगवान गणेश को प्रथम पूज्य के रूप में पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से मनुष्य के सारे विघ्न बाधा दूर हो जाती है। गणेश जी के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति के सारे काम सफल हो जाते हैं। आइए जानते हैं भगवान गणेश जी के किन मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति के सारे काम बन जाते हैं।
इन मंत्रों का करें जाप
॥ ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा ॥
यह सबसे सरल और सबसे प्रभावी गणेश मंत्र है। सच्चे मन और भक्ति से इस मंत्र का जाप करने से कार्य में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
पूर्व की ओर मुख करके बैठ जाएं और 21-7 बार इस मंत्र का जाप करें। नया कार्य प्रारंभ करते समय हवन, पूजा और आरती के समय भी इस मंत्र का जाप करें।
॥ ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥
इस मंत्र के जप से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
इस मंत्र का जप एक निश्चित संख्या में किया जा सकता है अर्थात 1 से लेकर 10 तक की माला का जाप कर सकते हैं।
'ॐ ऐं ह्वीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे'
यह मंत्र बुध ग्रह को दर्शाता है। कुंडली में बुध की त्रुटि दूर करने के लिए बुधवार के दिन इस मंत्र का जाप करें।