नई दिल्ली रफ्तार डेस्क। पौष पूर्णिमा के दिन व्रत करने का एक अलग महत्त्व है। कहते हैं कि इस दिन गंगा में स्नान करना चाहिए और सच्चे मन से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि पूर्वक पूजा-अर्चना करनी चाहिए। वहीं, इस बार पौष पूर्णिमा पर सर्वार्थ सिद्धि योग,अमृत सिद्धि योग, रवि योग और पुष्य योग का निर्माण होने जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि माता लक्ष्मी के कुछ मंत्र और उपायों के उपयोग से घर की आर्थिक स्थिति हमेशा अच्छी रहती है।
पूर्णिमा के दिन शाम को शुद्धता तरीके से भगवान और माता की पूजा करके पूर्णिमा के दिन कनकधारा स्त्रोत, श्री सूक्त और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से घर में धन की कमी नहीं होती।
इस दिन प्रातः काल उठ के सूर्य देव को जल समर्पित करे और शाम को तुलसी माता की पूजा करके उनको दीप दिखाए ऐसा करने से माता लक्ष्मी काफी प्रसन्न होती है।
अगर आप की शादी के योग्य में बाधा उत्पन्य हो रही है।और लाख प्रयास के बाद भी आप का विवाह नहीं हो रहा तब आप को पूर्णिमा के दिन हरसिंगार के फूल को चढ़ाना चाहिए ऐसा करने से आप के विवाह के जल्दी योग्य बनते है।
पौष पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाए और माता लक्ष्मीके मंत्रो का जाप करें।
ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्।।
ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय।।
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि,
तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ।।
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः।।
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः।।
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