नई दिल्ली रफ्तार डेस्क 18 January 2024: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार मासिक दुर्गाष्टमी का विशेष है। इस दिन माता के भक्त व्रत रखते हैं, उनकी उपासना करते हैं। इसके साथ ही चालीसा, आरती और मंत्रों का जाप भी करते हैं। कहते हैं अगर सच्चे मन से इस दिन माता की पूजा अर्चना की जाए। तो, घर में माता की कृपा होती है और सुख शांति से घर भरा रहता है।
18 जानवरी को इस साल की पहली दुर्गाअष्टमी पड़ेगी। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। साफ-सुथरे कपड़े धारण करने चाहिए। मंदिर व पूजा स्थल की साफ-सफाई करनी चाहिए और गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए।भक्त माता रानी को लाल पुष्प, सिंदूर, अक्षत, नारियल, लाल वस्त्र-चुनरी, पान, सुपारी, फल व मिठाई आदि अर्पित करते हैं। इसके बाद दुर्गा चालीसा व मां अंबे की आरती का जाप कर मां भवानी से सच्चे मन से प्रार्थना करते हैं।
मासिक दुर्गाष्टमी शुभ मुहूर्त
पौष माह के शुक्ल की अष्टमी तिथि 18 जनवरी को है। पंचांग के मुताबिक, मासिक दुर्गाष्टमी की तिथि की शुरुआत 17 जनवरी 2024 बुधवार देर रात को 10 बजकर 6 मिनट पर हो जाएगी और इसके अगले दिन यानी 18 जनवरी की देर रात को 8 बजकर 44 मिनट पर तिथि पर समाप्त होगी।
ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।
पिण्डज प्रवरा चण्डकोपास्त्रुता।
प्रसीदम तनुते महिं चंद्रघण्टातिरुता।।
पिंडज प्रवररुधा चन्दकपास्कर्युत । प्रसिदं तनुते महयम चंद्रघंतेति विश्रुत।
ॐ जटा जूट समायुक्तमर्धेंन्दु कृत लक्षणाम| लोचनत्रय संयुक्तां पद्मेन्दुसद्यशाननाम॥
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
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