नई दिल्ली रफ्तार डेस्क।15 March 2024। शुक्रवार के दिन माता काली की विधि विधान विधान से पूजा की जाती है। माता काली मां दुर्गा का सातवां शक्ति स्वरूप है। माता की पूजा और कुछ मंत्रों के जाप से ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं।
काली माता को बुराई का विनाश करने वाली देवी के रूप में जाना जाता है। कथाओं के अनुसार, काली माता को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा तरीका उनकी प्रतिमा की पूजा करना माना जाता है। इसीलिए शुक्रवार के दिन मां काली की श्रद्धा-भाव से पूजा-उपासना करते हैं। मां काली कभी भी भक्तों की झोली खाली नहीं रखती उन पर अपना आशीर्वाद बनाए रखती हैं। वहीं बहुत लोग तंत्र को जगाने के लिए भी काली माता की पूजा करते हैं।
अगर परिवार में कोई व्यक्ति ऐसा है जो हमेशा बीमार रहता हैं या फिर उसकी तबीयत खराब है। ऐसे में आप शुक्रवार के दिन माता काली को श्वेत अबीर चढ़ाकर उनकी पूजा करें। ऐसा करने से माता की कृपा उसे व्यक्ति पर पड़ती है और वह जल्दी ठीक हो जाता है।
काली माता के मेट्रो में अपार शक्तियां होती हैं लेकिन उनका बीज मंत्र काफी शक्तिशाली होता है। ऐसे में आप मंदिर में जाकर रोज 3 माला मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में आज सभी परेशानियों से मुक्त हो जाते हैं।
माता काली को गुड बहुत प्रिय है इसीलिए पूजा में गुड़ का प्रयोग अवश्य करें।
अगर आपके घर में हमेशा क्लेश होता रहता है या फिर आपके शत्रु बहुत है। ऐसे में आप माता रानी को दो मुंह वाला दीपक जलाएं। ऐसा करने से माता की कृपा आप पर बनी रहती है। और घर परिवार में सुख शांति का माहौल रहता है।
।। ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हलीं ह्रीं खं स्फोटय क्रीं क्रीं क्रीं फट ।।
ह्रौं काली महाकाली किलिकिले फट् स्वाहा॥
ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कालिके क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं॥
”ॐ हरिं श्रीं कलिं अद्य कालिका परम् एष्वरी स्वा:”
“ॐ महा काल्यै छ विद्यामहे स्स्मसन वासिन्यै छ धीमहि तन्नो काली प्रचोदयात”
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