नई दिल्ली रफ्तार डेस्क 20 January 2024: शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित है।कहते हैं कि इस दिन भगवान शनिदेव की पूजा अर्चना करना चाहिए। शनिदेव की पूजा में यह बात का भी ध्यान रखें कि पूजा करने वाला व्यक्ति अस्वच्छ अवस्था में न हो, यानी पूजा करते समय साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।आइए जानते हैं शनिदेव के कुछ ख़ास मंत्र जिन्हें पढ़ने से आपको शनि देव की कृपा प्राप्त होगी।
शनिदेव की पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। साथ ही जिन लोगों पर साढ़ेसाती चल रही होती है वह भी सही हो जाता है।कहा जाता है कि शनिदोष से मुक्ति के लिए मूल नक्षत्रयुक्त शनिवार से आरंभ करके सात शनिवार तक शनिदेव की पूजा करने के साथ साथ व्रत भी रखना चाहिए।
ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम। उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः। ऊँ शं शनैश्चराय नमः
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।
ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
इस विधि से करें मंत्रों का जाप
शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और काले रंग के साफ-सुथरे कपड़े पहने। काले रंग के कपड़े अगर आपके पास ना हो तो, उसे कलर से मिलते जुलते बैगनी कलर के भी कपड़े पहन सकते हैं।आप किसी शनि मंदिर में जाकर शनि देव की पूजा करें और नीले रंग के फूल चढ़ाएं। कुश के आसान में बैठकर इन मंत्रों का जाप करें।इससे शनि देव शांत होते हैं और जीवन में सुख-संपत्ति आती है।
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