नई दिल्ली रफ्तार डेस्क।19 April 2024। चैत्र मास में पड़ने वाली एकादशी को कामदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। साथ ही यह एकादशी शुक्रवार के दिन पड़ रही है इसीलिए माता लक्ष्मी और शुक्र ग्रह की भी पूजा करना अनिवार्य है।
एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने से सभी पापों का नाश होता है। आज के भगवान विष्णु के भोग में तुलसी दल अवश्य रखें। ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और आप पर उनकी कृपा बनी रहती है। एकादशी के दिन जो लोग व्रत करते हैं उनके अलावा भी किसी जातक को चावल सेवन नहीं करना चाहिए। चावल का सेवन करने से भगवान विष्णु क्रोधित हो जाते हैं।
कामदा एकदाशी के दिन भक्त को सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लेना चाहिए। साथ ही इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की विधि विधान के साथ पूजा करने के बाद उनको पीले रंग के फल का भोग लगाए। वहीं इस एकादशी के दिन रात को तिल से ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जाप कर हवन करना चाहिए। इससे घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है। साथ ही कष्ट से मुक्ति मिलती है।और अगले दिन भी आप को प्रातः काल उठकर ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए।
ऊं नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
ओम नमो भगवते वासुदेवाय
ओम ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः
ओम नमो नारायणाय
ओम भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ओम भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
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