नई दिल्ली रफ्तार डेस्क। 9 मार्च 2024। हिंदू धर्म के अनुसार फाल्गुन माह की दर्श अमावस्या का बहुत महत्व होता है। भले ही चंद्रमा आसमान में पूरी तरह से लुप्त हो, लेकिन इनकी पूजा से संपूर्ण फल प्राप्त होता है। इस बार दर्श अमावस्या शनिवार को पड़ रही है इसलिए इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ चमत्कारी मंत्र बताए गए हैं।
इस दिन चंद्र देव की पूजा करने के लिए है क्योंकि चंद्र देव को पौधे और पशु जीवन के पोषणकर्ता माना जाता है। इसलिए इस दिन चंद्र की पूजा करने से परिवार के सदस्यों को शांति और खुशी मिलती है। लेकिन शनिवार के दिन यह अमावस्या पढ़ने से इसका महत्व और बढ़ जाता है। अगर आपकी कुंडली में शनि दोष चल रहा है तो इस दिन शनि देव को प्रसन्न करने का काफी शुभ समय है। साथ ही, आपको चंद्र देव का व्रत भी रखना चाहिए।
आपको बता दें, कि दर्श अमावस्या को श्राद्ध अमावस्या भी कहा जाता है। इस विशेष दिन पर पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने परिवार वालों को आशीर्वाद देते हैं। इसीलिए दर्श अमावस्या पर पूर्वजों की भी पूजा की जाती है। पूर्वजों की पूजा के साथ ही इस दिन पिंड दान, गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है। ऐसा करने से चंद्रदेव प्रसन्न होकर सभी की मनोकामनाएं पूरी करते हैं और इस दिन उगते चंद्र को अर्घ्य देने से अधिक फल की प्राप्ति होती।
दर्श अमावस्या के दिन दान करने का बहुत महत्व होता है। इस दिन अगर आप गंगा स्नान के लिए आए हैं, तो गरीबों को दान जरूर करें। आप उन्हें दान में अन्न, वस्त्र या पैसे का भी दान कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके घर परिवार में सुख शांति बनी रहती है।
इन मंत्रों का करें जाप
ॐ अं अंगारकाय नमः
ॐ नागदेवतायै नम
मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठ।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥
ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट
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