नई दिल्ली रफ्तार डेस्क। 7 April 2024। प्रत्येक माह में चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि पड़ती है। मासिक शिवरात्रि का व्रत परिवार की सुख-शांति के लिए रखा जाता है। इसको करने से भगवान शिव हर कष्ट से दूर रखते हैं। इस दिन भगवान शिव के चमत्कारी मंत्रों का भी जब करके उन्हें प्रसन्न किया जाता है।
मासिक शिवरात्रि की ऐसी मान्यता हैं कि इस दिन भगवान भोलेनाथ के लिए उपवास रखने से उनकी पूर्ण कृपा प्राप्त होती है। मासिक शिवरात्रि पर विधि पूर्वक पूजन करने से भगवान शिव अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं। साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं। और जिन लोगों की शादी में दिक्कतें आ रही हैं, वे अगर इस दिन सच्ची श्रद्धा के साथ पूजा-पाठ करते हैं, तो उनके विवाह से जुड़ी सभी बाधाएं समाप्त हो जाएंगी। इतना ही बल्कि अगर आपकी संतान सुख में कोई बधा है, तो मासिक शिवरात्रि के दिन मंत्रों के जाप करने पर वो भी दूर हो जाती है।
ॐ नमः शिवाय:
यह मंत्र भगवान शिव की स्तुति करने के लिए काफी महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध मंत्र है।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्:
यह महामृत्युञ्जय मंत्र है। इसका जप करने से व्यक्ति नीरोग रहता है और आयु में वृद्धि होती है।
ॐ नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः
इस मंत्र के जाप से बिगड़े काम भी बन जाते हैं। और घर का माहौल अच्छा रहता है घर में सुख शांति बनी रहती है।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः
यह मंत्र से भगवान शिव और शक्ति दोनों की आराधना एक साथ की जाती है।
ॐ नमो भगवते रुद्राय:
आप इन मंत्रों से मासिक शिवरात्रि व्रत के दौरान भगवान शिव और इष्ट देवता की पूजा के साथ जाप कर सकते हैं। मंत्रों का जप ध्यान और श्रद्धा के साथ करनी चाहिए ताकि व्रत का पूरा फल प्राप्त हो।
अन्य ख़बरों के लिए क्लिक करें - www.raftaar.in
डिसक्लेमर
इस लेख में प्रस्तुत किया गया अंश किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की पूरी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता। यह जानकारियां विभिन्न स्रोतों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/प्रामाणिकताओं/धार्मिक प्रतिष्ठानों/धर्मग्रंथों से संग्रहित की गई हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य सिर्फ सूचना प्रस्तुत करना है, और उपयोगकर्ता को इसे सूचना के रूप में ही समझना चाहिए। इसके अतिरिक्त, इसका कोई भी उपयोग करने की जिम्मेदारी सिर्फ उपयोगकर्ता की होगी।