नई दिल्ली रफ्तार डेस्क। 27March 2024। किसी भी शुभ कार्य या पूजा में सबसे पहले गणेश भगवान को पूजा जाता है बाद में दूसरे देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। वहीं, गणपति बप्पा की पूजा करते समय मंत्रों के जाप से और कुछ वस्तुएं चढ़कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है।
गणेश भगवान को सभी फलों में केला बहुत ही प्रिय है। इसीलिए बुधवार को भगवान गणेश को केले का जोड़ा अर्पण करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान की कृपा आप पर बनी रहती है और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
हल्दी हर शुभ अवसर पर हल्दी पाई जाती है ठीक वैसे ही जैसे हर शुभ कार्य में भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। वहीं मान्यताएं हैं कि बुधवार को हल्दी की गांठ चढ़ने पर भगवान जल्दी प्रसन्न होते हैं और घर में सुख शांति बनी रहती है।
भगवान गणेश को मोदक और लड्डू बहुत ही प्रिय हैं। उनकी पूजा के बाद भोग में मोदक और लड्डू चढ़ाने से गणेश भगवान प्रसन्न होते हैं। वह सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं।
भगवान गणेश को दूर्वा भी बहुत पसंद है। बिना दुर्गा के भगवान की पूजा अधूरी मानी जाती है। इसीलिए पूजा करते समय दूर्वा अपने पूजा की थाली में अवश्य रखें। ध्यान रहे कि दूर्वा को गणेश भगवान के चरणों पर न चढ़ा कर माथे पर चढ़ाएं।
‘ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।’
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।
ॐ ऐं ह्वीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
‘ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ:। निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।’
‘ॐ गं गणपतये नमः’
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति. करो दूर क्लेश ।।
ॐ ऐं ह्वीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे'
इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः'
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