क्या कहता है शास्त्र : महिलाओं को निर्वस्त्र क्यों नहीं नहाना चाहिए ?

आम तौर पर लोग बिना कपड़ों के नहाते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि शास्त्रों के अनुसार बिना कपड़ों के नहीं नहाना चाहिए। खासतौर से ये नियम महिलाओं पर लागू होते हैं। अधिक जानकारी के लिए आगे पढ़ें...
निर्वस्त्र स्नान करते हुई महिला
निर्वस्त्र स्नान करते हुई महिलाSocial Media

नई दिल्ली रफ्तार न्यूज डेस्क: स्नान हर किसी की दिनचर्या का हिस्सा होता है।  सर्दी हो या गर्मी हर कोई बिना नहाए कोई अच्छा काम नहीं करता।  सुबह-सुबह स्नान कर लेने से तन की सफाई के साथ-साथ दिन की शुरुआत के लिए ऊर्जा भी अच्छी मिलती है।  लेकिन कई बार हम कपड़े हटाकर निर्वस्त्र होकर नहाते हैं । जिसका हमें बड़ा खामियाजा उठाना पड़ता है  पुरुषों में निर्वस्त्र नहाना आम बात है। लेकिन अक्सर देखा गया है कि महिलाएं पूरी तरह से निर्वस्त्र होकर नहाती हैं।  जिसके लिए उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए । शास्त्रों के अनुसार महिलाओं के नहाने को लेकर शास्त्र यह बताते हैं कि आपको कई दिक्कतो का सामना करना पड़ सकता है। अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ऐसा क्यों हुआ तो चलिए आपको बताते हैं।

पौराणिक कथाओं के अनुसार :

निर्वस्त्र होकर स्नान न करने के पीछे एक पौराणिक कथा का उल्लेख यह भी है कि एक बार गोपियां सरोवर नदी में स्नान कर रही थी।  वह पूरी तरह निर्वस्त्र होकर स्नान कर रही थी। ऐसे में बालकृष्ण वहां आकर  सभी गोपियों के वस्त्र छुपा देते है। इसके बाद जब गोपियां बाहर आती है,  तो वे सभी कृष्ण से  कपड़े वापस करने से विनती करती है, तब बालकृष्ण ने समझाया कि महिलाओं  को कभी भी निर्वस्त्र नहीं नहाना चाहिए।  इससे जल देवता का अपमान होता है।

गरुण पुराण के अनुसार :

गरुण पुराण की माने तो नहाते समय शरीर पर कम से कम एक कपड़ा तो जरूर होना चाहिए।  निर्वस्त्र होकर नहाने से आपको पितृ दोष लगा सकता है।  कहा जाता है कि जब हम स्नान करते हैं ,तो आपके पितृ यानी आपके पूर्वज आपके आसपास होते हैं । शरीर से गिरने वाले जल को वे ग्रहण करते हैं। जिनसे उनकी तृप्ति होती है, ऐसे में आपके  निर्वस्त्र  होकर नहाने से वह नाराज हो जाते हैं।  जिससे व्यक्ति का  बल,  धन और सुख-समृद्धि सब  नष्ट हो जाता है।

माता लक्ष्मी होती है नाराज :

शास्त्रों में ऐसी मानता है कि यदि कोई स्त्री या पुरुष निर्वस्त्र स्नान करता है, तो माता लक्ष्मी रूठ जाती हैं। इससे कुंडली में धन हानि क्या योग बन जाता है और आर्थिक स्थिति बहुत खराब होने लगती है। इन्हीं कर्म की वजह से आपको निर्वस्त्र स्नान न करने की सलाह दी जाती है और शास्त्रों में इस बात की मनाही है। 

नकारात्मकता शरीर में करती है प्रवेश :

यदि आप निर्वस्त्र होकर स्नान करते हैं।  तो आपके शरीर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है । आपकी मानसिकता  नकारात्मक होने लगती है,  इसलिए यही सलाह दी जाती है कि नहाते समय एक कपड़ा शरीर में जरूर होना चाहिए। 

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