Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी पर करें प्रख्यात मंदिरों के दर्शन, विदेशी श्रद्धालुओं का भी लगता है तांता

भगवान गणेश को दुनियाभर में विघ्नहर्ता के नाम से जाना जाता है। देशभर में कई ऐसे पवित्र और फेमस मंदिर हैं। जहां आपके दर्शन मात्र करने से सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं....
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नई दिल्ली रफ्तार न्यूज डेस्क: प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है।  इस वर्ष गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को है। इस दौरान 10 दिन तक  गणेश उत्सव मनाया जाएगा। वही 10 दिन बाद गणेश प्रतिमा को 28 सितंबर को विसर्जित किया जाएगा। भगवान गणेश को सभी देवताओं में प्रथम स्थान प्राप्त है।  कोई भी शुभ कार्य हो सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा अर्चना के साथ ही शुरू होता है।  ऐसी मान्यता है कि बप्पा सभी कार्य को निर्विघ्न  ही संपन्न करते हैं। भगवान शिव और माता पार्वती के छोटे पुत्र श्री गणेश का जन्मउत्सव गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है।  ऐसे में बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु देशभर के  गणेश मंदिर पहुंच जाते है। आज हम आपको इस आर्टिकल में यह बताएंगे कि गणेश चतुर्थी के दौरान आप देश में किन-किन मंदिरों पर बप्पा के दर्शन कर सकते हैं। 

रणथंभौर गणेश मंदिर, राजस्थान :

यह  मंदिर श्रद्धालुओं  के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना रहता है। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में स्थित होने के कारण यहां का नजारा काफी सुंदर लगता है। इस मंदिर में गणेश भगवान के त्रिनेत्र स्वरूप की पूजा की जाती है। इस मंदिर का इतिहास हजार साल पुराना है। कहते हैं कि इसी मंदिर में भगवान  श्री कृष्णा और रुक्मणी के विवाह का प्रस्ताव मिला था। इसलिए आज भी लोग अपनी शादी का प्रस्ताव लेकर बप्पा के पास जाते हैं। भगवान गणेश यहां पूरे परिवार के साथ विराजते हैं। जहां उनकी पत्नी रिद्धि सिद्धि और पुत्र शुभ - लाभ भी विराजते हैं । हर साल गणेश चतुर्थी के दिन यहां भक्तों का तांता लगता है।

मनाकुला विनयागर मंदिर, पांडिचेरी :

मनाकुला विनेयागर मंदिर देश के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।  इस मंदिर का निर्माण एक-एक फ्रांसीसी क्षेत्र में किया गया है। आपको बता दें इस मंदिर का नाम एक तालाब के नाम पर रखा गया है।  जोकि इसी  मंदिर के पास स्थित है। कहा जाता है कि मंदिर में स्थापित गणेश भगवान की मूर्ति को कई बार इस तालाब में फेंका गया किंतु मूर्ति फिर से ऊपर अपने  स्थान पर प्रकट हो जाती है।  इस अद्भुत और चमत्कारी गणेश से मूर्ति के दर्शन के लिए लाखों सरदालु हर साल यहां पहुंचते हैं । अगर इस मंदिर में बप्पा से कुछ मांगा जाए तो मुराद जरूर पूरी होती है।

सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई :

भगवान गणेश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित सिद्धि विनायक मंदिर है।  यह गणेश जी के सबसे बड़े मंदिरों में शामिल है। सिद्धिविनायक मंदिर दुनिया भर में प्रसिद्ध है। भारत ही नहीं विदेश से श्रद्धालु यहां दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर का निर्माण 1801 ईस्वी में किया गया था। यहां अक्सर राज,  उद्योगपति,  सेलिब्रिटी दर्शन के लिए पहुंचते है।ऐसी मानता है कि सिद्धिविनायक मंदिर में सच्चे मन से मुराद मांगने वालों की मन्नत पूरी होती है .

खजराना गणेश मंदिर ,इंदौर :

गणेश उत्सव के दौरान मध्य प्रदेश में स्थित  गणपति मंदिर के दर्शन के लिए आप यहां  जा सकते हैं।  यहां इंदौर के खजराना में गणेश जी का बहुत ही भव्य मंदिर है।  यह स्वयंभू मंदिर है। इस देश के सबसे धनी गणेश मंदिरों में से  एक माना जाता है। ऐसी मानता है कि इस मंदिर में भक्त मन्नत मांगते हैं और मुराद पूरी होने पर गणेश प्रतिमा की पीठ पर उल्टा  स्वास्तिक बनाते हैं यहां गणेश से प्रतिमा 3 फीट ऊंची बनी हुई है। 

चिंतामण गणेश मंदिर , उज्जैन :

गौरी पुत्र गणेश का एक प्रसिद्ध मंदिर महाकाल की नगरी उज्जैन में भी है।  महाकालेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले भक्त गणेश गणपति जी के दर्शन के लिए चिंतामण गणेश मंदिर आ सकते हैं। मंदिर के गर्भ ग्रह में भगवान गणेश की तीन प्रतिमाएं स्थापित हैं।  इनमें से पहले चिंतामणि , दूसरी इच्छामन और तीसरा सिद्धिविनायक गणेश प्रतिमा है।

डोडा गणपति मंदिर, बेंगलुरु :

दक्षिण भारत के शहर बेंगलुरु में भगवान गणेश का डोडा गणपति मंदिर काफी लोकप्रिय है। इसके अलावा यज्ञ कई बड़े मंदिर भी स्थित है। बेंगलुरु में स्थित यह डोडा गणपति मंदिर में गणेश जी की बहुत विशाल प्रतिमा है। यह प्रतिमा 18 फीट ऊंची और 16 फीट चौड़ी प्रतिमा । आपको बता दें कि यह प्रतिमा ग्रेनाइट के पत्थर पर उकेरकर बनाई गई है।

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