नई दिल्ली,रफ्तार डेस्क। इस साल अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई 2023 को शुरू हो चुरी है और इसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए भक्त पूरे साल इंतजार करते हैं ताकि बाबा बर्फानी कर दर्शन कर उनका आशीर्वाद ले सकें। अमरनाथ हिंदुओं के पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है. जो कि जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के उत्तर-पूर्व में 135 किलोमीटर दूर समुद्रतल से 13,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। कहते हैं कि यहां आकर भगवान शिव के स्वयंभू शिवलिंगम के दर्शन करने से व्यक्ति के सभी दुख दूर होते हैं। यहां पहुंचना बहुत ही कठिन होता है और इसलिए अमरनाथ यात्रा को बहुत मुश्किल माना गया है.
भक्तों के लिए बहुत सारी सुरक्षा
अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे के साथ एक सुरक्षा दल भी भेजा गया था। पहले बैच में 3,000 से अधिक श्रद्धालु शामिल हैं। सुरक्षा बल इस दल को कश्मीर घाटी ले जाएंगे। गौरतलब है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी हमले की धमकी दी है. इसी वजह से पहले बैच में सीआरपीएफ मोटरसाइकिल टीम को भी शामिल किया गया है. जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।उपराज्यपाल ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. इस उद्देश्य के लिए सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ सहित विभिन्न एजेंसियां शामिल थीं। पहले समूह का नेतृत्व भी सीआरपीएफ मोटरसाइकिल टीम ही कर रही है।
श्रद्धालुओं में शामिल दिल्ली की एक महिला ने कहा कि वह अपने परिवार और दोस्तों के साथ पांच साल से अमरनाथ आ रही है। कोरोना वायरस के कारण दो साल तक यात्रा नहीं कर सके, लेकिन इस बार हम खुश हैं। इस बार भगवान शिव ने हमें पहली बार पहले बैच में दर्शन का आनंद लेने का अवसर दिया। महिला ने कहा कि पहले बैच में यह उसका पहला मौका था। महिला ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा यात्रा के आयोजन की काफी सराहना की।