नई दिल्ली,रफ्तार डेस्क। Amarnath Yatra 2023: हिंदू धर्म में अनेक देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। भारत अनेक परंपराओं वाला देश है यहां हर महीने कुछ ना कुछ त्योहार आते रहते हैं। अमरनाथ यात्रा भी इन्हीं सब में से एक है। अमरनाथ यात्रा की तैयारिया शुरू हो चुकी है, बाबा की पहली तस्वीर पहले ही आ चुकी है। सनातन धर्म में अमरनाथ यात्रा का विशेष महत्व है। अमरनाथ की पवित्र गुफा में हर साल बर्फ से से शिवलिंग का निर्माण होता है।
1 जुलाई शुरू होगी यात्रा
यह शिवलिंग प्राकृतिक बर्फ से बना हुआ होता है, इसलिए इसे स्वयंभू हिमानी शिवलिंग और बाबा बर्फानी के नाम से भी जाना जाता है। अमरनाथ यात्रा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए यात्रा शनिवार 1 जुलाई 2023 से शुरू हो रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इसी स्थान पर भगवान शिव ने माता पार्वती को मोक्ष का मार्ग बतलाया था । इस ज्ञान को अमर कथा के नाम से जाना जाता है, इसलिए इस पवित्र स्थान का नाम - अमरनाथ पड़ा है।
यहां करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है और 30 अगस्त को रक्षा बंधन के पर समाप्त होगी।अमरनाथ की यात्रा करने के लिए सरकार ने उम्र सीमा तय की है। यात्रा करने के लिए आपकी उम्र 13 से 75 साल के बीच होनी चाहिए। बताया जा रहा है कि इस बार 800,000 से ज्यादा लोग बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। अमरना की यात्रा के लिए पंजीकरण 27 अप्रैल से शुरू हो गया है। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://jksasb.nic.in/ पर जाएं। आप इस पेज पर भी रजिस्टर कर सकते हैं।
हिमालय की गोद में है अमरनाथ
हिमालय की गोद में स्थित अमरनाथ बेहद ही पवित्र स्थल है। यह एकमात्र शिवलिंग है जिसका आकार चांदनी से निर्धारित होता है। यह शिवलिंग पूर्णिमा के दिन सावन शुक्ल पक्ष से समाप्त हो जाता है और उसके बाद अमावस्या तक बहुत छोटा हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा की खोज एक मुस्लिम चरवाहे ने की थी। आज भी उनके वंशज बाबा के दान का एक हिस्सा दिया जाता है।