
नई दिल्ली , 08 नवंबर 2023 : प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, भगवान राम ने 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या में वापसी की थी, और उनका दीपोत्सव के साथ स्वागत किया गया था। साथ ही, कहा जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान इसी दिन माता लक्ष्मी का भी जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन घरों में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। भारत में, दिवाली का त्योहार विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। इस बार 12 नवंबर 2023 को दिवाली मनाई जाएगी। इससे पहले ही इसकी तैयारियां शुरू होती हैं, और घरों, बाजारों में दिवाली की रौनक दिखाई पड़ती है।
इस दौरान, घर की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। कहा जाता है कि जिस घर में गंदगी रहती है, वहां मां लक्ष्मी निवास नहीं करती है। इसलिए घर को साफ करना बेहद जरूरी है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वास्तु नियमों के अनुसार घर की साफ-सफाई करना भी संबंधित है, इसलिए चलिए जानते हैं कि दिवाली पर वास्तु के अनुसार कैसे साफ सफाई करें।
मुख्य द्वार को साफ करना: घर का मुख्य द्वार बहुत खासीयत रखता है और इससे घर की पहचान होती है। इसलिए, मुख्य द्वार को अच्छे से साफ करना आवश्यक है। यदि आपके मुख्य द्वार का दरवाजा आवाज करता है, तो पहले उसे ठीक करें, क्योंकि वास्तु में दरवाजे से आवाज का आना शुभ नहीं माना जाता है।
घर की इस दिशा को साफ करना: दिवाली की सफाई के दौरान, घर की उत्तर-पूर्व दिशा को सही से साफ करें। वास्तु के अनुसार, घर में इस स्थान को देव का स्थान माना जाता है, इसलिए इस खास जगह पर भूलकर भी गंदगी न छोड़ें।
लाइट बदलना: दिवाली से पहले अपने घर की लाइट को बदल लेना अच्छा माना जाता है। यदि आपके घर में किसी कमरे की लाइट कम जल रही है, तो आप उसे जरूर बदल लें, क्योंकि दिवाली रोशनी का त्योहार है, और घर में उजाला होना बहुत जरूरी है।
खराब चीजों को हटा देना: यदि आप घर पर किसी नई वस्तु को लाने की योजना बना रहे हैं, तो इसे कुछ दिन पहले ही लेकर आ जाएं, ताकि पुरानी वस्तु को हटाने का समय मिले। दिवाली पर घर में पड़ी बेकार चीजें नकारात्मकता पैदा कर सकती हैं, खासकर रसोई में पड़ी टूटी और खराब चीजों को हटा दें।
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